UP : अखिलेश यादव ने आवारा पशुओं को लेकर यूपी सरकार पर कसा तंज, कहा- गोवंश से बचाने के लिए रखें विशेष पुलिस बल
UP News उतर प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या के चलते एक किसान को कथित तौर पर दो घंटे तक पेड़ पर रहने पड़ा दरअसल किसान एक क्षेत्र से गुजर रहा थातभी अचानक से एक सांड आ गया जिससे वह डर कर पास ही के एक पेड़ पर चढ़ गया फिर उसके जाने के इंतजार में पेड़ पर ही दो घंटे बीत गए।
लखनऊ, एजेंसी। उतर प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या के चलते एक किसान को कथित तौर पर दो घंटे तक पेड़ पर रहने पड़ा, दरअसल किसान एक क्षेत्र से गुजर रहा था,तभी अचानक से एक सांड आ गया जिससे वह डर कर पास ही के एक पेड़ पर चढ़ गया फिर उसके जाने के इंतजार में पेड़ पर ही दो घंटे बीत गए।
इस घटना के बाद शनिवार को आवारा पशुओं की समस्या को लेकर अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को गोवंश से बचाने के लिए राज्य में एक विशेष पुलिस बल की जरूरत है।
जिसका काम जनता को सांड के हमलों से बचाने के लिए होगा। गौरतलब है कि आवारा मवेशियों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने और लोगों पर हमला करने की समस्या 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों में एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बन गया था।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा "आज का 'सांड समाचार", सांड से जान बचाने के लिए किसान दो घंटे तक पेड़ पर चढ़ा रहा"। उसी ट्वीट में उन्होंने आगे कहा,'आज का 'सांड विचार', अब उत्तर प्रदेश में भी 'सांड रक्षा पुलिस' का गठन होना चाहिए। अखिलेश यादव एसे मुद्दों को लेकर योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते रहते है।
किसान और सांड कि ये घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि एक किसान खुद को सांड से बचाने के लिए पेड़ पर बैठा हुआ है। गौरतलब है कि बलिया में हुई इस घटना का वीडियो पिछले तीन दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पुलिस ने बताया कि पंडितपुरा गांव के किसान खखनू चौहान अपने खेत में धान की रोपाई कर रहे थे, तभी सांड ने उनका पीछा किया। वीडियो में दिख रहा है कि चौहान खुद को उग्र सांड से बचाने के लिए पास के एक पेड़ पर चढ़ गए। वहीं बैल भी पेड़ के पास पहुँच गए और उसके नीचे खड़े हो गये।
ग्रामीणों के मुताबिक, किसान को पेड़ पर करीब दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा। वहीं ग्रामीणों का दावा है कि सांड़ अब तक कई लोगों को घायल कर चुका है।
जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने बताया कि निराश्रित गोवंश को गौशालाओं में रखने का अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि संज्ञान में आया है कि एक सांड अभी भी खुले में है और उसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है। डीएम ने कहा कि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि बैल को पकड़ कर गौशाला में भेजा जाए।