UP ATS ने अलकायदा के 3 और आतंकियों को लखनऊ से किया गिरफ्तार, धमाकों की साजिश में थे शामिल
उत्तर प्रदेश आतंक निरोधी दस्ता ने राजधानी लखनऊ से दो आतंकियों को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को तीन और गिरफ्तारियां की हैं। पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में लखनऊ के ही रहने वाले शकील मोहम्मद मुस्तकीन और मोहम्मद मईद के नाम सामने आने के बाद पकड़ा गया है।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Thu, 15 Jul 2021 08:09 AM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश आतंक निरोधी दस्ता (यूपी एटीएस) ने रविवार को राजधानी लखनऊ से आतंकी संगठन अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद माड्यूल के दो आतंकी मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को तीन और गिरफ्तारियां की हैं। आतंकी मिनहाज को पिस्टल मुहैया कराने व उत्तर प्रदेश को दहलाने की साजिश में तीनों की सक्रिय भूमिका सामने आई है। पुलिस रिमांड के दौरान दोनों से पूछताछ में लखनऊ के ही रहने वाले शकील, मोहम्मद मुस्तकीन और मोहम्मद मईद के नाम सामने आए। इनको हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय बुलाया गया। इस दौरान तीनों ने स्वीकार कर लिया कि ये भी आतंकी साजिश में शामिल थे। इसके बाद तीनों को एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया।
रविवार को अंसार गजवातुल हिंद से जुड़े दो आतंकियों मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन लखनऊ से दबोचने के बाद एटीएस ने इनके तीन और साथी शकील, मोहम्मद मुस्तकीन और मोहम्मद मईद को भी खनऊ से ही गिरफ्तार किया है। शकील लखनऊ के बांसमंडी एलाके का रहने वाला है। मोहम्मद मईद लखनऊ के ही न्यू हैदरगंज कैंपल रोड का निवासी है। वहीं मोहम्मद मुस्तकीन मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है और लखनऊ में सीतपुर रोड स्थित मदेय गंज में रह रहा है। एटीएस शकील की तलाश पहले की जा रही थी। वह 11 जुलाई को आतंकियों के विरुद्ध एटीएस के लखनऊ थाने में दर्ज मुकदमे में नामजद आरोपित है। मिनहाज के अन्य मददगारों की तलाश में कई स्थानों पर छापेमारी की गई है।
अब तक की छानबीन में सामने आया है कि मुख्य साजिशकर्ता मिनहाज ही है। वह लखनऊ में रहकर अंसार गजवातुल हिंद माड्यूल को विस्तार देने में जुटा था। वाराणसी में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले इन गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं। हर संदिग्ध पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि लखनऊ के वजीरगंज थानाक्षेत्र स्थित बांसमंडी निवासी शकील, सीतापुर रोड स्थित तकिया तारनशाह मदेयगंज निवासी मुहम्मद मुस्तकीम व न्यू हैदरगंज कैंपवल रोड निवासी मुहम्मद मुईद को गिरफ्तार किया गया है। मूलरूप से मुजफ्फरनगर के ग्राम मांडी का निवासी मुस्तकीम ठेके पर मकान बनाने का काम करता है और करीब दस वर्षों से लखनऊ में रह रहा है।
मुस्तकीम पहले मसीरुद्दीन के संपर्क में आया था और फिर उसका परिचय मिनहाज से हुआ था। मुस्तकीम ने करीब चार माह पहले मसीरुद्दीन के भाई का मकान बनाने का ठेका भी लिया था। इसी बीच मिनहाज ने मुस्तकीम से एक असलहा खरीदने की बात की थी। मुस्तकीम ने निर्माण सामग्री की सप्लाई करने वाले मुईद के जरिये मिनहाज को पिस्टल उपलब्ध कराई थी। शकील बांसमंडी में सैफ अहमद के मकान में रह रहा था। उसका घर लखनऊ के वजीरगंज थानाक्षेत्र में ही जनता नगरी, जगत नारायण रोड पर है।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार मिनहाज व मसीरुद्दीन के इरादों का उनके तीनों सहयोगियों को पता था। तीनों अंसार गजवातुल हिंद माड्यूल से भी जुड़ चुके थे। एटीएस तीनों से और जानकारियां हासिल करने का प्रयास कर रही है। तीनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि शकील एटीएस थाने में दर्ज मुकदमे का नामजद आरोपी है। मिनहाज को असलहा दिलाने में उसकी सबसे सक्रिय भूमिका थी। उस पर अन्य आरोप भी हैं। मुस्तकीम को पूरे षड्यंत्र की जानकारी थी और वह मिनहाज व मसीरुद्दीन के लगातार संपर्क में था। मुईद की अन्य आरोपों में भी संलिप्तता सामने आई है।
बता दें कि दुर्दांत आतंकी संगठन अलकायदा उत्तर प्रदेश को दहलाने की बड़ी साजिश रच रहा था। आतंकी मंसूबे स्वतंत्रता दिवस से पहले कई शहरों में धमाकों के थे। इतना ही नहीं, अयोध्या, मथुरा व काशी में भी आतंकी घटनाओं का षड्यंत्र था। एटीएस ने मुस्तैदी से इस बड़ी साजिश को नाकाम किया है। रविवार को आतंकी संगठन अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद से जुड़े दो आतंकियों मिनहाज अहमद व मसीरुद्दीन लखनऊ से गिरफ्तार किए गए हैं। उस दौरान उनके दो साथी भाग निकले थे। अब एटीएस इनसे जुड़े अन्य आतंकियों को भी बेनकाब कर रही है।
उत्तर प्रदेश के कई युवक अलकायदा के इस माड्यूल से जुड़े हैं और उनके बारे में भी छानबीन की जा रही है। कई युवकों को मानव बम बनाए जाने की बात भी सामने आई है, जिसके बाद आइबी समेत अन्य खुफिया एजेंसियां और अधिक सक्रिय हो गई हैं। एटीएस ने कानपुर समेत कई शहरों में छापे मारे हैं और संदिग्धों को हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ की जा रही है। पूरे प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया है। सीमा भी सील कर दी गई है। सूत्रों का कहना है कि आतंकियों के निशाने पर भाजपा नेता भी थे। विधान सभा चुनाव से पहले प्रदेश में आतंकी साजिश के सामने आने के बाद जांच एजेंसियां कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं उत्तर प्रदेश में बड़े नेताओं को भी निशाना बनाने का कोई कुचक्र तो नहीं रचा जा चुका था। आतंकी मिनहाज का घर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के घर से कुछ दूरी पर ही है।
चालीस हजार रुपये में खरीदी गई थी पिस्टल : मिनहाज ने चालीस हजार रुपये में पिस्टल खरीदी थी, जिसमें शकील की भी अहम भूमिका थी। एटीएस अधिकारियों का कहना है कि हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि पिस्टल कहां से और किससे खरीदी गई थी। इस बिंदु पर आगे की छानबीन चल रही है।यह भी पढ़ें : लखनऊ से संभल तक बुना जा चुका अलकायदा का जाल, गिरफ्तार आतंकियों के संपर्क में 20 जिलों के युवक
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