यूपी एटीएस ने दो मानव तस्करों को दबोचा, बांग्लादेश बॉर्डर से अवैध तरीके से दिलाते थे प्रवेश
UP ATS उत्तर प्रदेश के एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया उन्नाव से एटीएस ने दो रोहिंग्या युवकों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों मानव तस्करी में लिप्त थे और भारत में बांग्लादेश बॉर्डर से अवैध तरीके से लोगों को लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में शरण देते थे।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Mon, 01 Mar 2021 10:45 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। बांग्लादेश बार्डर की अवैध तरीके से उत्तर प्रदेश में लोगों को प्रवेश कराने वाले गैंग के दो लोगों को उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया है। दोनों को उन्नाव से और एक अन्य को कल अयोध्या से पकड़ा गया है। उत्तर प्रदेश के एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि उन्नाव से उत्तर प्रदेश एटीएस ने दो रोहिंग्या युवकों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों मानव तस्करी में लिप्त थे और भारत में बांग्लादेश बॉर्डर से अवैध तरीके से लोगों को लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में शरण देते थे। इस मामले में फारुख उर्फ हसन और उसके भाई शाहिद को गिरफ्तार किया। फारुख को उन्नाव के कासिम नगर से पकड़ा गया।
यह दोनों रोहिंग्या लोगों को अवैध तरीके से लाते थे। इसके बाद उन्नाव तथा कानपुर की तमाम फैक्ट्रियों में काम दिलाते थे। इनके पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट मिले हैं। अयोध्या में बेहद सक्रिय शाहिद को बड़े चौक नोएडा से अरेस्ट किया है। इन दोनों के पास कई दस्तावेज के साथ पांच लाख रुपए भी मिले हैं। इनके पास से तमाम भारतीय लोगों के रिकॉर्ड मिले हैं। इनके सम्पर्क में करीब 1500-1600 रोहिंग्या हैं। फारुख और उसका भाई शाहिद फर्जी दस्तावेजों के जरिये अलीगढ़ व उन्नाव में भारतीय नागरिक बनकर रह रहे थे।
तेलंगाना के हैदराबाद शहर से उठाए गए युवक से मिले इनपुट के आधार एटीएस इनके पास तक पहुंची। फारुख करीब पांच महीने से उन्नाव के कासिम नगर में पांच महीने से किराये के मकान में पत्नी व चार बच्चों के साथ रह रह था। शाहिद को लखनऊ की एटीएस ने उन्नाव की अचलगंज बंथर के एक स्लॉटर हाउस से हिरासत में लिया। इसके पास इंडिगो फ्लाइट की टिकट, बोॄडग पास समेत अन्य कई दस्तावेज मिले हैं।
अयोध्या से नेपाली मूल का मोहम्मद सलीम गिरफ्तार किया गया है। वह अयोध्या के एक मदरसे में शिक्षक के तौर पर काम कर रहा था। उसके पास से नेपाली पासपोर्ट भी बरामद हुआ है। कुछ साल पहले उसने विदेश यात्रा भी की थी। उसने फर्जी भारतीय नागरिकता पर आधार कार्ड भी बनवाया है। इतना ही नहीं व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में भी था। एसटीएफ और अन्य खुफिया एजेंसियां पूछताछ में जुटी हैं।
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