UP ATS Commando: योगी आदित्यनाथ सरकार ने दी मंजूरी, देवबंद समेत इंडो-नेपाल सीमा तक एटीएस का विस्तार
UP ATS Commando Training Center उत्तर प्रदेश में बीते दिनों आतंकी धमकियों तथा हरकतों के बाद लखनऊ में अलकायदा समर्थित संगठन के दो आतंकियों को पकड़ने के बाद सरकार ने उत्तर प्रदेश एटीएस का दायरा भी बढ़ाने का फैसला किया।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Tue, 17 Aug 2021 09:54 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश में आतंकी गतिविधियों के बढ़ने और वर्तमान परिस्थितियों और चुनौतियों के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद गंभीर हो गई है। उत्तर प्रदेश में बीते दिनों आतंकी धमकियों तथा हरकतों के बाद लखनऊ में अलकायदा समर्थित संगठन के दो आतंकियों को पकड़ने के बाद सरकार ने उत्तर प्रदेश एटीएस का दायरा भी बढ़ाने का फैसला किया। सरकार ने प्रदेश में नया एटीएस कमांडो सेंटर खोलने की तैयारी कर ली है।
आंतरिक सुरक्षा के लिए बढ़ते इन खतरों के लिहाज से जांच व सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपने कदम मजबूती से बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। इस कड़ी में देवबंद से लेकर भारत-नेपाल सीमा तक आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की नई यूनिट स्थापित कर सुरक्षा का नया किला खड़ा किया जा रहा है। यहां एटीएस कमांडो की स्पेशल पुलिस आपरेशन टीम (स्पाट) भी मुस्तैद रहेंगी। लखनऊ के बाद जेवर एयरपोर्ट के सामने एटीएस का दूसरा बड़ा ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किए जाने की तैयारी है। इसके लिए करीब साढ़े तीन एकड़ भूमि भी चयनित हो गई है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खासकर संदिग्ध आतंकियों की गतिविधियां सामने आती रही हैं। देवबंद में खासकर एटीएस संदिग्धों की छानबीन व तलाश करती रही है। ऐसे में देवबंद में एटीएस की अब सीधे निगाह रहेगी। शासन ने देवबंद में उप्र लघु उद्योग निगम की दो हजार वर्ग मीटर भूमि एटीएस को आवंटित की है। उत्तराखंड व हरियाणा की सीमा के करीब होने की वजह से भी इस यूनिट को बेहद अहम माना जा रहा है।
तालीबान की बर्बरता के बीच यूपी की खबर भी सुनिए,योगीजी ने तत्काल प्रभाव से ‘देवबंद’ में ATS कमांडो सेंटर खोलने का निर्णय लिया है,युद्धस्तर पर काम शुरू भी हो गया है,प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की यहां तैनाती होगी। pic.twitter.com/cBcFqwEtYK
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) August 17, 2021
संवेदनशीलता को देखते हुए मेरठ, अलीगढ़, श्रावस्ती, बहराइच, आजमगढ़ (निकट एयरपोर्ट), कानपुर, मीरजापुर, सोनभद्र, सहारनपुर व देवबंद में एटीएस इकाई की स्थापना और उनके विस्तार की पहल की गई है। यहां छोटे कमांडो ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे। बताया गया कि इसके लिए संबंधित जिलों में भूमि आवंटित हो गई है और भवनों के निर्माण के लिए कार्यवाही चल रही है। वाराणसी व झांसी में एटीएस इकाई के लिए जल्द ही भूमि आवंटन का काम पूरा हो जाएगा।
भारत-नेपाल सीमा पर भी बहराइच व श्रावस्ती में एटीएस की नई फील्ड यूनिट स्थापित की गई हैं। यहां जल्द दो अन्य यूनिट भी बनेंगी। नेपाल सीमा से होने वाली घुसपैठ पर भी अब एटीएस की सीधी निगाह होगी। आइजी एटीएस जीके गोस्वामी का कहना है कि वर्तमान में लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, बाराबंकी, गोरखपुर, अयोध्या, कानपुर, झांसी व वाराणसी समेत 17 शहरों में एटीएस की 18 यूनिट स्थापित हैं। इनमें नोएडा में एटीएस की दो यूनिट काम कर रही हैं।
बीते दिनों ही बहराइच व श्रावस्ती में एटीएस की दो यूनिट खोली गई हैं। इन यूनिटों को और व्यवस्थित करने के साथ ही जल्द मऊ व कुछ अन्य जिलों में भी एटीएस की नई यूनिट स्थापित किए जाने का प्रस्ताव है। एटीएस की स्पाट का विस्तार भी किया जा रहा है। वर्तमान में लखनऊ, गोरखपुर, अयोध्या व गाजियाबाद में स्पाट की तैनाती है। जल्द ऐसे पांच और दस्ते गठित होंगे। स्पाट का गठन वर्ष 2017 में हुआ था। इसकी नौ टीमें बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी।
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