UP Politics: सुनील बंसल की ऐतिहासिक पारी, अब धर्मपाल की बारी; सामने होंगी मिशन 2024 की चुनौतियां
UP Latest news यूपी बीजेपी में धर्मपाल को प्रदेश महामंत्री संगठन बनाया गया है। उनके सामने 2024 के लोकसभा चुनाव की चुनौती तो है लेकिन मजबूत पक्ष यह है कि वह इस प्रदेश को अच्छी तरह से समझते हैं। मूल रूप से बिजनौर निवासी धर्मपाल कई दायित्व निभा चुके हैं।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Thu, 11 Aug 2022 12:23 AM (IST)
UP BJP Organization: लखनऊ, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश के संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए भाजपा नेतृत्व ने लंबी सफल पारी खेल चुके सुनील बंसल (Sunil Bansal) के स्थान पर धर्मपाल सिंह (Dharampal Singh) को प्रदेश महामंत्री संगठन बनाया है। बदलाव से स्पष्ट संदेश देते हुए उत्तर प्रदेश में पार्टी की सफलताओं में महत्वपूर्ण भूमिका का इनाम देकर राष्ट्रीय महासचिव बनाया है, जबकि झारखंड में संगठन मंत्री का पद संभाल रहे धर्मपाल को गृह राज्य उत्तर प्रदेश में रणनीतिक कौशल दिखाने के लिए चुनौतियों के मैदान में उतारा है।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले तत्कालीन प्रदेश प्रभारी अमित शाह के सहयोगी बनकर आए सुनील बंसल ने यहां ऐसे कदम जमाए कि उत्तर प्रदेश में रणनीति के 'शाह' वही हो गए। क्षेत्रीय दलों के मजबूत प्रभाव वाले प्रदेश में सिर्फ और सिर्फ 'मोदी लहर' के सहारे अरसे बाद प्रवेश करने वाली भाजपा का फिर चुनाव-दर-चुनाव विजय रथ दौड़ा तो उस पथरीली राह पर सुगम रास्ता बनाने में बड़ी रणनीतिक भूमिका बतौर प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल की रही।
सियासी बैरी सपा-बसपा और सपा-कांग्रेस के गठबंधन जैसे दांव को भी विफल कर सफलता की जो लंबी लकीर बंसल ने खींची है। यहां की 80 लोकसभा सीटों के रणनीति बनाते रहे बंसल को अब तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की कुल 80 सीटों की जिम्मेदारी होगी।
वहीं, उनके स्थान पर यूपी जैसे बड़े राज्य की जिम्मेदारी धर्मपाल को सौंपी गई है। उनके सामने 2024 के लोकसभा चुनाव की चुनौती तो है, लेकिन मजबूत पक्ष यह है कि वह इस प्रदेश को अच्छी तरह से जानते-समझते हैं। मूल रूप से बिजनौर निवासी धर्मपाल यहां संगठन के कई दायित्व निभा चुके हैं।
धर्मपाल 1990 से विद्यार्थी परिषद में पूर्णकालिक रहे। फिर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के संयुक्त क्षेत्रीय संगठन मंत्री का पद संभाला। उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ब्रज और पूर्वी उप्र के संगठन मंत्री रह चुके हैं। धर्मपाल जब 2017 में झारखंड के प्रदेश महामंत्री संगठन बनाकर भेजे गए, उस समय तक विद्यार्थी परिषद के पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के संयुक्त क्षेत्र संगठन मंत्री थे।
उससे पहले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की योजना से प्रदेशभर में प्रवास किया। 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में प्रबंधन के लिए लगाए गए। 2021 में असम में विधानसभा चुनाव का काम सौंपा गया। फिर 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें काशी क्षेत्र में चुनाव प्रबंधन में लगाया।यह भी पढ़ें : 83 दिन बाद ही BJP ने बदला दांव, समझिये केशव मौर्य को उच्च सदन की कमान सौंपने के राजनीतिक मायने
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