UP Budget 2024: बजट में जयश्री राम, अयोध्या में लौटेगा त्रेतायुगीन वैभव; योगी सरकार ने खोला खजाना
UP Budget 2024 News अयोध्या में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए बन रहे एयरपोर्ट से लेकर सड़कों व पार्किंग तथा अन्य सुविधाओं के लिए सरकार ने बजट में 223.35 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। साथ ही अयोध्या तीर्थ विकास परिषद द्वारा अयोध्या धाम में करवाए जा रहे विकास कार्यों व पर्यटन सुविधाओं के लिए सरकार ने 150 करोड़ रुपये रखे हैं।
मनोज त्रिपाठी,लखनऊ। विधान मंडल में पेश किए गए बजट में सरकार ने नव्य-भव्य व दिव्य अयोध्या धाम के त्रेतायुगीन वैभव को लौटाने के लिए संपूर्ण अयोध्या मंडल में विकास के नए अध्याय की नींव रखी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पत्रकारों से बातचीत में अयोध्या का कई बार उल्लेख करके इसके सर्वागीण विकास को लेकर सरकार की मंशा को एक बार फिर स्पष्ट किया है। अयोध्या में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए बन रहे एयरपोर्ट से लेकर सड़कों व पार्किंग तथा अन्य सुविधाओं के लिए सरकार ने बजट में 223.35 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
चिकित्सा सुविधा का भी रखा गया ध्यान
अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के लिए तीन करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया है। साथ ही अयोध्या तीर्थ विकास परिषद द्वारा अयोध्या धाम में करवाए जा रहे विकास कार्यों व पर्यटन सुविधाओं के लिए सरकार ने 150 करोड़ रुपये रखे हैं। यह धनराशि अयोध्या में एयरपोर्ट, संपर्क मार्गों, पार्किंग व अन्य सुविधाओं पर खर्च की जाएगी। श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में उमड़ रही लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ और उन्हें विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए निर्मित किए जा रहे 500 बेड के अस्पताल के लिए सरकार 70.35 करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया है।
अयोध्या का सौंदर्यीकरण
अयोध्या में कई देशों व प्रदेशों ने अपने अतिथि गृह बनाने के लिए सरकार ने भूमि की मांग की है। प्रदेश सरकार ने भी अयोध्या, प्रयागराज और नोएडा में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अति विशिष्ट अतिथि गृह बनाने के लिए 350 करोड़ रुपये बजट में रखे हैं। अयोध्या में बनने वाले अतिथि गृह पर सबसे ज्यादा धनराशि खर्च की जाएगी। अयोध्या में नए वित्तीय वर्ष में होने वाले प्रमुख कामों में तीन पहुंच मार्गों को चौड़ा करने व उनका सौंदर्यीकरण का कार्य के अलावा छह स्थानों पर पार्किग तथा जन सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। साथ ही ‘महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम‘ का विकास और अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान अयोध्या हेतु 1.46 करोड़ रूपये प्रस्तावित है।
महाकुंभ के लिए 2,600 करोड़'
बजट में सरकार ने प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों के पर्यटन विकास को पूरी तवज्जो देकर उत्तर प्रदेश को देश के अध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना भी पेश की है। सरकार ने महाकुंभ 2025 के लिए 2,600 करोड़ रुपये की व्यवस्था बजट में की है। इसके अलावा मथुरा-वृंदावन कोरीडोर निर्माण और श्रीनैमिषारण्य के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये बजट में रखे गए हैं।
देश का अध्यात्मिक व सांस्कृतिक केंद्र बनेगा उत्तर प्रदेश
वहीं उत्तर प्रदेश संस्कृति उत्सव के लिए पांच करोड़, कजरी महोत्सव के लिए एक करोड़, उत्तर प्रदेश संस्कृति संग्रहालय की स्थापना के लिए आठ करोड़,संत कबीर अकादमी के लिए 2.58 करोड़ रुपये, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी संस्कृतिक संकुल आगरा के संचालन के लिए 50 लाख का प्रावधान बजट में किया है।
अयोध्या में कहां खर्च होगा कितना पैसा
नैमिषारण्य तीर्थ विकास विकास परिषद द्वारा नैमिषारण्य के पर्यटन विकास के लिए 100 करोड़
मथुरा-वृंदावन कोरीडोर निर्माण के लिए 150 करोड़ रुपये
श्रीदेवी पाटन तीर्थ विकास परिषद के गठन के लिए 2.5 करोड़ रुपये
श्रीदेवी पाटन तीर्थ विकास परिषद द्वारा पर्यटन को विकसित किए जाने वाले कार्यों के लिए 40 करोड़ रुपये
श्रीशुक्र तीर्थ धाम विकास परिषद के गठन के लिए 2.5 करोड़ रुपये
श्रीशुक्र तीर्थ धाम विकास परिषद द्वारा किए जाने वाले पर्यटन विकास के लिए 15 करोड़ रुपये
नाथ कोरीडोर बरेली के पर्यटन विकास के लिए 25 करोड़ रुपये
सिंधु दर्शन यात्रियों के लिए 10 लाख रुपये
प्राचीन रियासतों में स्थित धार्मिक स्थलों के संरक्षण व विकास के लिए एक करोड़ रुपये
प्रदेश के तीर्थ व धार्मिक स्थलों पर जनसुविधाओं के लिए 20 करोड़ रुपये
ग्रामीण क्षेत्रों के पौराणिक एवं धार्मिक मेलों के लिए पांच करोड़ रुपये