Move to Jagran APP

UP Budget: योगी सरकार ने बजट सत्र में खोला खजाना, बजट में नगर विकास विभाग को दिए 25 हजार करोड़ रुपये

UP Budget - योगी सरकार ने प्रदेश के शहरों को विश्वस्तरीय बनाने व इनमें रहने वालों का जीवन सुगम बनाने के लिए खजाना खोल दिया है। शहरों की मूलभूत मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने के लिए करीब आठ हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जलभराव व बाढ़ से निपटने के लिए ड्रेनेज की एक हजार करोड़ रुपये की नई योजना लाई गई है।

By Shobhit Srivastava Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 05 Feb 2024 07:45 PM (IST)
Hero Image
UP Budget: योगी सरकार ने बजट सत्र में खोला खजाना, शहरी लोगों को क्या मिला?
शोभित श्रीवास्तव, लखनऊ। योगी सरकार ने प्रदेश के शहरों को विश्वस्तरीय बनाने व इनमें रहने वालों का जीवन सुगम बनाने के लिए खजाना खोल दिया है। वर्ष 2024-25 के बजट में सरकार ने नगर विकास विभाग को 25698.28 करोड़ रुपये दिए हैं। 

शहरों में मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने के लिए सरकार आठ हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी। शहरों में जलभराव व बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए सरकार ड्रेनेज की नई योजना ''अर्बन फ्लड एवं स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज'' शुरू की है। इसके लिए सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये दिए हैं। नगरीय निकायों की मुख्य सड़कों को अत्याधुनिक बनाने के लिए सीएम-ग्रिड्स योजना में 800 करोड़ रुपये दिए हैं।

शहरों की सूरत बदलने के लिए लगातार प्रयास

प्रदेश सरकार अपने शहरों की सूरत बदलने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार बड़ा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर है। अमृत 2.0 के तहत पेयजल, सीवरेज तथा जल स्रोत के लिए इस बजट में 4500 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। पिछले बजट में भी सरकार ने इसमें 5616 करोड़ रुपये दिए थे। 

नगरीय निकायों की मुख्य सड़कों को भी हाईवे व एक्सप्रेसवे की तर्ज पर अत्याधुनिक बनाने के लिए बड़ी धनराशि दी गई है। 10 से 45 मीटर चौड़ी सड़कों के निर्माण व पुनर्निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट योजना (अर्बन) (सीएम-ग्रिड्स) के तहत 800 करोड़ रुपये दिए गए हैं। 

इन सड़कों में यूटिलिटी डक्ट, फुटपाथ, हरित क्षेत्र, सौर आधारित स्ट्रीट लाइट, बस स्टॉप, ईवी चार्जिंग स्टेशन आदि रहेंगे। सड़कों के आस-पास सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

ड्रेनेज की बड़ी योजना

प्रदेश के कई शहरों में बारिश व बाढ़ के कारण जलभराव हो जाता है। इनमें ड्रेनेज ठीक न होने के कारण बड़ी समस्या हो जाती है। इससे बचाने के लिए सरकार एक हजार करोड़ रुपये की ड्रेनेज की बड़ी योजना लाई है। 

नगरीय सेवाएं एवं अवस्थापना विकास के लिए भी सरकार ने अलग से 500 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री नगरीय अल्पविकसित मलिन बस्ती विकास योजना के लिए सरकार ने इस बजट में 675 करोड़ रुपये दिए हैं। पिछले बजट की तुलना में यह दोगुणा है।

नए शहर प्रोत्साहन योजना के लिए तीन हजार करोड़

आवास एवं शहरी नियोजन विभाग को योगी सरकार ने 7158.67 करोड़ रुपये का बजट दिया है। पिछले वर्ष आवास विभाग का बजट 6978.58 करोड़ रुपये था। इस बार भी सरकार ने मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण एवं नए शहर प्रोत्साहन योजना में तीन हजार करोड़ रुपये की बड़ी रकम दी है। इससे हाल ही में गांव से शहरों में शामिल होने वाले नगरों में मूलभूत सुविधाएं विकसित की जा सकेंगी।

कानपुर व आगरा मेट्रो के लिए 741 करोड़ रुपये

कानपुर व आगरा मेट्रो के लिए सरकार ने अपने अंश के रूप में 741 करोड़ रुपये दिए हैं। कानपुर मेट्रो को 395 करोड़ व आगरा मेट्रो को 346 करोड़ दिए जाएंगे। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना में प्रदेश सरकार ने अपने अंश के रूप में 914 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।

वाराणसी सहित अन्य रोपवे के लिए 100 करोड़

सरकार ने वाराणसी सहित अन्य शहरों में रोपवे के लिए 100 करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था की है। लखनऊ विकास क्षेत्र सहित सभी विकास प्राधिकरणों के विकास क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का विकास भी इसी से कराया जाएगा।

हाईलाइट- योजना और बजट राशि

  • शहरों में बाढ़ व जलभराव से मुक्ति के लिए अर्बन फ्लड एवं स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना- 1000 करोड़
  • मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम (अर्बन)- 800 करोड़
  • अमृत-2.0 में पेयजल और सीवरेज के लिए- 4500 करोड़
  • महाकुंभ मेला 2025 के भव्य आयोजन के लिए- 2500 करोड़
  • प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी- 3948 करोड़
  • मुख्यमंत्री नगरीय अल्पविकसित मलिन बस्ती विकास योजना- 675 करोड़
  • नगरीय सेवाएं और अवस्थापना विकास की नई योजना के लिए- 500 करोड़
  • राज्य स्मार्ट सिटी योजना के लिए- 400 करोड़।

इस तरह बढ़ा नगर विकास एवं आवास का बजट

वित्तीय वर्ष-धनराशि

2024-25 - 32856.95 करोड़

2023-24 - 27717.57 करोड़

2022-23 - 25949.44 करोड़

2021-22 - 20066.98 करोड़

2020-21 - 18211.40 करोड़

2019-20 - 14654.22 करोड़

2018-19 - 11411.92 करोड़

2017-18 - 10407.45 करोड़।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।