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UP By-Election 2024: कांग्रेस को मिल सकती हैं ये तीन सीटें, उपचुनाव के लिए I.N.D.I.A का फॉर्मूला तय!

यूपी विधानसभा उपचुनाव (UP By-Election 2024) के लिए सपा-कांग्रेस गठबंधन का फार्मूला लगभग तय है। कांग्रेस को सपा गठबंधन में तीन सीटें मिल सकती हैं। इनमें गाजियाबाद मझवां व मीरापुर विधानसभा सीटें शामिल हैं। अन्य बची हुईं सीटें सपा के खाते में जा सकती हैं। उत्तर प्रदेश की कुल 10 सीटों पर उपचुनाव होना है। खबर में डिटेल पढिए ...

By Shobhit Srivastava Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 19 Jul 2024 08:32 PM (IST)
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राहुल गांधी और अखिलेश यादव बात करते हुए।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन का फार्मूला लगभग तय हो गया है। कांग्रेस को सपा गठबंधन में तीन सीटें मिल सकती हैं। इनमें गाजियाबाद, मझवां व मीरापुर विधानसभा सीटें शामिल हैं।

गाजियाबाद सीट उसे लोकसभा चुनाव में भी मिली थी। मीरापुर सीट पर पिछली बार सपा के साथ रालोद ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था, मझवां सीट निषाद पार्टी ने सपा से 33 हजार वोटों के बड़े अंतर से जीती थी। उपचुनाव में शेष सात सीटों पर समाजवादी पार्टी खुद लड़ेगी।

विधानसभा उपचुनाव उन नौ सीटों में होगा जहां के विधायक अब सांसद बन चुके हैं। इसके अलावा कानपुर की सीसामऊ सीट के सपा विधायक इरफान सोलंकी को बीते दिनों एमपी-एमएलए कोर्ट ने आगजनी के मामले में सात वर्ष की सजा सुनाई थी, जिसके बाद उनकी सदस्यता चली गई थी। इसलिए अब 10 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होना है।

इस उपचुनाव में दोनों ही गठबंधन एनडीए व आइएनडीआइए एक-दूसरे को हराकर बड़ा राजनीतिक संदेश देना चाहते हैं। उपचुनाव के लिए जो सीटें रिक्त हुई हैं उनमें पांच सपा, तीन भाजपा, एक रालोद व एक निषाद पार्टी की है। कांग्रेस को जो तीन सीटें मिल सकती हैं उनमें भाजपा की गाजियाबाद है। यहां पर भाजपा ने 2022 के चुनाव में सपा को एक लाख से अधिक मतों से हराया था।

कांग्रेस को यहां की लोकसभा सीट भी मिली थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में इन 10 सीटों में से नौ में कांग्रेस ने लड़ा था, उसमें से सबसे अधिक 11,818 वोट उसे इसी सीट पर मिले थे। अखिलेश यादव के खिलाफ करहल सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।

मझवां सीट भी कांग्रेस को मिल सकती है। यह सीट निषाद पार्टी ने सपा से जीती थी। इसके अलावा मीरापुर सीट भी दी जा सकती है। यदि इसमें से कांग्रेस को कोई सीट नहीं चाहिए होगी तो खैर सीट से बदला भी जा सकता है। इस सीट पर पिछले चुनाव में रालोद ने सपा गठबंधन के साथ लड़ा था। यहां पर भाजपा चुनाव जीती थी।

इन सीटों पर होना है उपचुनाव

प्रयागराज जिले की फूलपुर (भाजपा), अलीगढ़ की खैर (भाजपा), गाजियाबाद की गाजियाबाद (भाजपा), मीरजापुर की मझवां (निषाद), मुजफ्फरनगर की मीरापुर (रालोद), अयोध्या की मिल्कीपुर (सपा), मैनपुरी की करहल (सपा), अंबेडकरनगर की कटेहरी (सपा), मुरादाबाद की कुंदरकी (सपा) व कानपुर की सीसामऊ (सपा)

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