UP By Election 2024: समझें उपचुनाव में अखिलेश यादव ने कैसे साधा PDA समीकरण, सामान्य श्रेणी का एक भी प्रत्याशी नहीं
उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। सभी नौ सीटों पर पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक वर्ग के उम्मीदवारों को मौका दिया गया है जिसमें चार मुस्लिम दो वंचित और तीन पिछड़े वर्ग के प्रत्याशी शामिल हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक नया नारा भी दिया है- संविधान आरक्षण सौहार्द बचाना है बापू-बाबासाहेब-लोहिया के सपनों का देश बनाना है।
निशांत यादव, लखनऊ। विधानसभा उपचुनाव के नामांकन की अंतिम तिथि के एक दिन पहले गुरुवार को सपा ने सभी नौ सीटों पर अपने प्रत्याशियों को लेकर स्थिति साफ कर दी। सपा ने गाजियाबाद सामान्य सीट से वंचित समाज के सिंह राज जाटव को उतारकर चौंकाया।
माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ने फैजाबाद लोकसभा सीट की तरह सामान्य होने पर भी अवधेश पासी को लड़ाने की नीति पर काम करते हुए पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) वर्ग को साधने की कोशिश की है।
पिछड़ा वर्ग के तीन उम्मीदवारों को उतारा
सभी नौ सीटों पर एक भी सामान्य श्रेणी के प्रत्याशी सपा ने नहीं उतारे हैं। नौ सीटों में सबसे अधिक चार मुस्लिम, दो वंचित और तीन पिछड़े वर्ग के उम्मीदवारों को सपा से टिकट मिला है। सपा ने नौ अक्टूबर को मिल्कीपुर, करहल, सीसामऊ, कटेहरी, मझवां और फूलपुर सीट पर अपने प्रत्याशी घोषित किए थे। इसके बाद मीरापुर सीट पर अपने प्रत्याशी तय किया।कुंदरकी सीट पर मो. रिजवान के नाम की जानकारी देने हुए उनका प्रारूप सी-7 जारी कर अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया। सपा ने पीडीए के समीकरण को ध्यान में रखते हुए पिछड़ा वर्ग के तीन उम्मीदवारों को उतारा है।
इसमें करहल से तेज प्रताप यादव, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझवां से डॉ. ज्योति बिंद शामिल हैं। वंचित समाज के दो प्रत्याशियों में खैर सीट से डॉ. चारू कैन और गाजियाबाद सीट से सिंह राज जाटव शामिल है।
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