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UP काडर की IAS अधिकारी रेणुका कुमार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए आज होंगी कार्य मुक्त

अपर मुख्य सचिव राजस्व व बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार बुधवार को राज्य की सेवा से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्य मुक्त हो जाएंगी। 1987 बैच की यूपी काडर की आइएएस अधिकारी रेणुका कुमार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रायलय में सचिव बनाया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Wed, 30 Jun 2021 12:03 PM (IST)
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आइएएस अधिकारी रेणुका कुमार बुधवार को राज्य की सेवा से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्य मुक्त हो जाएंगी।

लखनऊ, जेएनएन। अपर मुख्य सचिव राजस्व व बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार बुधवार को राज्य की सेवा से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्य मुक्त हो जाएंगी। 1987 बैच की यूपी काडर की आइएएस अधिकारी रेणुका कुमार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रायलय में सचिव बनाया गया है। उनके केंद्र में जाने से दो बड़े विभाग खाली हो रहे हैं। 

केंद्र सरकार की नौकरशाही में उच्च स्तर पर यूपी का दबदबा हाल में बढ़ा है। इस साल उत्तर प्रदेश काडर के तीन आइएएस अधिकारी केंद्र में सचिव पद पर नियुक्त किये गए हैं। फिलहाल उत्तर प्रदेश काडर के सात अधिकारी केंद्र सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालयों व विभागों में सचिव के पद पर तैनात हैं, जबकि अपर मुख्य सचिव राजस्व एवं बेसिक शिक्षा के पद पर तैनात 1987 बैच की आइएएस अधिकारी रेणुका कुमार को बीते दिनों केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में सचिव पद पर नियुक्त किये जाने को मंजूरी दे दी है।

बुधवार को ही लंबे समय से निलंबित चल रहे 1983 बैच के आइएएस अधिकारी राजीव कुमार तथा नियोजन व कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग के अपर मुख्य सचिव व 1986 बैच के आइएएस अधिकारी कुमार कमलेश रिटायर हो रहे हैं। सरकार को इन विभागों में नए अफसरों की तैनाती करनी होगी । राजस्व परिषद के चेयरमैन का भी पद पिछले दो माह से खाली है।

डीजी परिवार कल्याण सहित 36 चिकित्साधिकारी आज होंगे रिटायर : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के 36 चिकित्साधिकारी बुधवार को रिटायर हो जाएंगे। इसमें महानिदेशक (डीजी) परिवार कल्याण डा. राकेश दुबे भी शामिल हैं। फिलहाल इनके रिटायर होने के बाद महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार किसी निदेशक स्तर के वरिष्ठ अधिकारी को ही सौंपा जाएगा। क्योंकि अभी तक महानिदेशक पद के लिए डीपीसी नहीं हुई है। इनके अलावा निदेशक (नियोजन एवं बजट) डा. राकेश कुमार और निदेशक (राष्ट्रीय कार्यक्रम) डा. कंचन अग्रवाल भी सेवानिवृत्त हो जाएंगी।

फिलहाल सभी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने वरिष्ठ अधिकारियों को पदभार सौंपकर कार्य मुक्त हों। मालूम हो कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के डाक्टर व चिकित्साधिकारियों की सेवानिवृत्त आयु 62 वर्ष है। डाक्टरों के 18 हजार पदों में से करीब पांच हजार पद खाली हैं।

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