CM योगी ने मणिपुर की घटना को बताया साजिश का हिस्सा, बोले- संसद सत्र से पहले क्यों जारी हुआ पुराना वीडियो
एएनआई को दिए साक्षात्कार में मणिपुर की घटना को लेकर किये गए सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि मणिपुर के लिए केंद्र और राज्य को दोषी तो ठहराया जा रहा है लेकिन सच्चाई यह है कि पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मणिपुर सहित पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को विकास और राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य पहली बार हुआ है।
By Jagran NewsEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Mon, 31 Jul 2023 11:30 PM (IST)
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मणिपुर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसके पीछे गहरी साजिश की आशंका जतायी है। उन्होंने कहा कि देश की जनता सवाल करना चाहेगी कि आखिरकार घटना के बाद दो महीने तक सुरक्षित रखा गया यह वीडियो संसद सत्र के पहले ही क्यों जारी किया गया?
मणिपुर के लिए केंद्र और राज्य को दोषी तो ठहराया जा रहा है, लेकिन...
इसी कड़ी में उन्होंने सवाल किया कि क्या यह अस्थिरता पैदा करने और देश को बदनाम करने की साजिश नहीं थी? फिर कहा कि कुछ लोग इस साजिश का मोहरा बन रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए साक्षात्कार में मणिपुर की घटना को लेकर किये गए सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि मणिपुर के लिए केंद्र और राज्य को दोषी तो ठहराया जा रहा है, लेकिन सच्चाई यह है कि पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मणिपुर सहित पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को विकास और राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य पहली बार हुआ है।
सीएम योगी ने कहा- मणिपुर में फिर शांति बहाल होगी
दुर्भाग्य से पड़ोसी मुल्कों द्वारा समय-समय पर जो साजिशें रची जाती हैं, यह घटना उसका हिस्सा प्रतीत होती है। पूर्वोत्तर राज्यों के मामले में तो इसके साक्ष्य हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की कामना है कि मणिपुर में शांति होनी चाहिए। विश्वास जताया कि मणिपुर में फिर शांति बहाल होगी और भाजपा सरकार वहां विकास यात्रा को आगे बढ़ाएगी।यूपी सुरक्षित है और सुरक्षित रहेगा: सीएम योगी
नेपाल के साथ उत्तर प्रदेश की सीमा सटी होने के कारण उप्र में ऐसी किसी घटना के सवाल पर सीएम योगी ने आत्मविश्वास भरे लहजे में कहा कि उत्तर प्रदेश सुरक्षित है और सुरक्षित रहेगा। महाराष्ट्र विधान सभा में एक मुस्लिम विधायक द्वारा वंदे मातरम कहने में इस आधार पर असमर्थता जताये जाने पर कि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता, योगी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
तल्ख लहजे में उन्होंने कहा, ‘देश संविधान से चलेगा, मत और मजहब से नहीं। आपका मत, आपका मजहब अपने तरीके से होगा, आपके घर में होगा, आपकी मस्जिद और आपके इबादतगाह तक होगा। सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए नहीं और इसको आप किसी भी अन्य तरीके से दूसरों पर थोप नहीं सकते हैं।' फिर बोले, ‘राष्ट्र पहले है, मत और मजहब उसके बाद हैं। अगर किसी को देश में रहना है तो उसे राष्ट्र को सर्वोपरि मानना होगा, अपने मत और मजहब को नहीं।’
समान नागरिक संहिता के सवाल पर क्या बोले सीएम योगी?
समान नागरिक संहिता के सवाल पर योगी ने कहा कि इसके बारे में दुष्प्रचार ज्यादा है। हम न्याय और सामाजिक न्याय की बात तो करते हैं लेकिन अपने परिवार में न्याय नहीं कर पा रहे हैं। शादी-विवाह या उत्तराधिकार-विरासत के मामलों में सबके लिए समान कानून होना चाहिए। ‘एक राष्ट्र, एक कानून’ का सिद्धांत लागू होना चाहिए। दुनिया के कई देशों में मुस्लिमों को समान नागरिक संहिता के पालन में दिक्कत नहीं हो रही है लेकिन भारत में उन्हें इसमें कठिनाई महसूस हो रही है।
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