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यूपी में शुरू हो चुका है कई सड़कों के चौड़ीकरण का काम, धर्मार्थ मार्गों को बनाया जाएगा और बेहतर

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रमुख धार्मिक स्थलों को जाने वाले मार्गों को चौड़ा करने की योजना शुरू की है । पहले चरण में 586 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे । इस योजना के तहत उन धार्मिक स्थलों को जाने वाले मार्गों को चिह्नित किया जा रहा है जहां एक वर्ष में कम से कम पांच लाख श्रद्धालु आते हों ।

By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 09 Oct 2024 07:53 PM (IST)
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यूपी में शुरू हो चुका है कई सड़कों के चौड़ीकरण का काम - प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों को जाने वाले मार्गों को चौड़ा करने की योजना पर लोक निर्माण विभाग ने काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य विभाग से प्रमुख धार्मिक मार्गों की जानकारी मांगी है। धर्मार्थ मार्गों को नए सिरे से विकसित करने के लिए 1,758 करोड़ रुपये के बजट का प्रविधान किया है। पहले चरण में 586 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री लोक निर्माण विभाग के विभागीय मंत्री भी हैं। यही वजह है कि नियमित तौर पर विभागीय कार्यों की समीक्षा उनके स्तर से की जा रही है। बीते दिनों उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में धर्मार्थ मार्गों को नए सिरे से विकसित करने की योजना पर काम करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद लोनिवि ने इस योजना पर काम शुरू किया है। इसके तहत उन धार्मिक स्थलों को जाने मार्गों को चिह्नित किया जा रहा है जहां एक वर्ष में कम से कम पांच लाख श्रद्धालु आते हों। पहले चरण में इन्हीं के चौडीकरण की योजना है।

प्रदेश में पिछले वर्ष 48 करोड़ पर्यटकों ने विभिन्न पर्यटन स्थलों का दौरा किया था। इनमें अयोध्या, वाराणसी व मथुरा जैसे धार्मिक पर्यटन स्थल भी शामिल हैं। सरकार की कोशिश है कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक-एक धार्मिक स्थलों को विकसित किया जाए। इस योजना पर काम शुरू कर दिया गया है।

इसी सिलसिले में लोनिवि ने धर्मार्थ मार्गों को चौड़ा करने के लिए अलग से बजट का प्रविधान कर लिया है। योजना के अनुसार धर्मार्थ मार्गों को चौड़ा करके राज या राष्ट्रीय राज मार्ग से जोड़ा जाएगा। योजना में पांच लाख श्रद्धालुओं की आमद के अलावा उन मार्गों को शामिल किया जा रहा है जिन्हें चौड़ा करने के लिए भूमि अर्जन की जरूरत न हो। इस बारे में पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि कई मार्गों की सूची तैयार कर ली गई है।

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