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यूपी सरकार का बड़ा फैसला, अब दिव्यांग छात्रों को स्कूल आने-जाने में नहीं होगी दिक्कत, हो गया बंदोबस्त

उत्तर प्रदेश सरकार ने 1013 दिव्यांग छात्रों को सहायक रखने के लिए 60 लाख रुपये दिए हैं। प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत पूर्ण दृष्टि दिव्यांग बौद्धिक दिव्यांग सेरेब्रल पाल्सी जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) और एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित छात्रों को स्कूल लाने और पढ़ाई के बाद घर पहुंचाने की जिम्मेदारी यह सहायक निभाएंगे ।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 20 Sep 2024 06:48 PM (IST)
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स्कूल जाते बच्चे - प्रतीकात्मक तस्वीर ।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश में 1,013 दिव्यांग छात्रों को सहायक रखने के लिए 60 लाख रुपये दिए गए हैं। प्रधानमंत्री स्कूल फार राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत पूर्ण दृष्टि दिव्यांग, बौद्धिक दिव्यांग, सेरेब्रल पाल्सी, जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) और एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित छात्रों को स्कूल तक लाने और पढ़ाई के बाद उन्हें घर पहुंचाने की जिम्मेदारी यह सहायक निभाएंगे। 600 रुपये प्रति महीने भत्ता दिया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से 10 महीने के लिए छह हजार रुपये की धनराशि जारी की गई है।

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे सभी दिव्यांग छात्रों का ब्योरा समर्थ पोर्टल पर दर्ज कराया जाए जो गंभीर रूप से दिव्यांग और बिना किसी की सहायता के स्कूल आने में सक्षम नहीं हैं। पोर्टल पर दर्ज 1,013 दिव्यांग छात्रों के अभिभावकों के खाते में जल्द डीबीटी के माध्यम यह रकम भेजी जाएगी।

परिषदीय प्राथमिक स्कूलों व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों की मदद से इन अभिभावकों का आधार सत्यापन कराया गया है। ऐसे दिव्यांग छात्रों को प्रतिदिन विद्यालय लाने और फिर यहां से वापस घर ले जाने के लिए वह सहायक रख सकेंगे। एस्कार्ट भत्ते का सदुपयोग हो रहा है या नहीं इसकी निगरानी विद्यालय का प्रधानाध्यापक करेगा। दिव्यांग छात्रों के लिए विद्यालयों में विशेष शिक्षकों की तैनाती अलग से की गई है। यह इन छात्रों को दैनिक दिनचर्या के लिए दक्ष बनाने के साथ-साथ अक्षर ज्ञान भी देंगे।

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