UP New Population Policy: यूपी में गर्भ निरोधकों के इस्तेमाल में पुरुषों से आगे महिलाएं, अपना रहीं आधुनिक तरीके
UP New Population Policy उत्तर प्रदेश में गर्भ निरोधकों के इस्तेमाल में महिलाएं पुरुषों से आगे हैं। प्रदेश में 15-49 वर्ष आयुवर्ग की 49.9 फीसद विवाहित महिलाएं आधुनिक गर्भ निरोधक उपायों को अपना रही हैं। प्रदेश की नई जनसंख्या नीति में ये तथ्य उजागर हुए हैं।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Mon, 12 Jul 2021 11:04 AM (IST)
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में गर्भ निरोधकों के इस्तेमाल में महिलाएं पुरुषों से आगे हैं। प्रदेश में 15-49 वर्ष आयुवर्ग की 49.9 फीसद विवाहित महिलाएं आधुनिक गर्भ निरोधक उपायों को अपना रही हैं। वहीं इस आयुवर्ग की विवाहित महिलाओं के पतियों में केवल 10.8 फीसद ही नसबंदी या कंडोम जैसे पुरुष केंद्रित गर्भनिरोधक उपायों का उपयोग कर रहे हैं। प्रदेश की नई जनसंख्या नीति में ये तथ्य उजागर हुए हैं।
नई जनसंख्या नीति में 15-49 वर्ष आयुवर्ग की महिलाओं में गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर वर्ष 2026 तक इसे 65 और 2030 तक 75 फीसद तक पहुंचाने का लक्ष्य है। इस आयुवर्ग की विवाहित महिलाओं के पतियों के बीच पुरुष केंद्रित गर्भनिरोधक तरीकों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित कर ऐसे मर्दों के प्रतिशत को 2026 तक बढ़ाकर 15.1 और 2030 तक 16.4 फीसद तक लाने का इरादा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों रविवार को जारी की गईं उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-30 का मुख्य उद्देश्य राज्य की आबादी को स्थिर करने का लक्ष्य हासिल करना है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए नीति में विभिन्न संकेतक चिन्हित किये गए हैं। इन संकेतकों के लिए वर्ष 2026 तक हासिल किये जाने वाले मध्यमकालिक और 2030 तक दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित किये गए हैं। नई नीति के जरिए राज्य में कुल प्रजनन दर को 2026 तक 2.1 और 2030 तक 1.9 पर लाने का लक्ष्य है। राज्य में यह दर अभी 2.7 है।
नई जनसंख्या नीति के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अभी 15-49 वर्ष आयुवर्ग की 31.7 फीसद विवाहित महिलाएं ऐसी हैं जो स्वयं या उनके पति गर्भ निरोध के कम से कम एक तरीके को अपना रहे हैं। वर्ष 2026 तक इसे बढ़ाकर 45 और 2030 तक 52 फीसद पहुंचाने का इरादा है। इसी आयुवर्ग की 18.1 फीसद विवाहित महिलाएं ऐसी हैं जो और बच्चे तो नहीं चाहती हैं लेकिन गर्भ निरोध के किसी तरीके का इस्तेमाल भी नहीं कर रही हैं। ऐसी महिलाओं के प्रतिशत को 2026 तक घटाकर 15.9 और 2030 तक 14 फीसद तक लाने का लक्ष्य है।
इसी आयुवर्ग की 6.8 फीसद विवाहित महिलाएं ऐसी हैं जो अगला बच्चा एक निश्चित समयावधि के बाद पैदा करना चाहती हैं लेकिन इसके लिए अभी वे कोई गर्भनिरोधक तरीका नहीं अपना रही है। ऐसी महिलाओं के प्रतिशत को 2026 तक घटाकर छह और 2030 तक 5.3 फीसद तक लाने का प्रयास होगा। सूबे में 15-49 वर्ष आयुवर्ग की 11.2 फीसद विवाहित महिलाएं ऐसी हैं जो अब और बच्चे तो नहीं चाहती हैं लेकिन किसी गर्भनिरोधक तरीके का इस्तेमाल भी नहीं करती हैं। इनके प्रतिशत को 2026 तक घटाकर 10.2 और 2030 तक आठ फीसद तक लाने की मंशा है।
34 फीसद महिलाएं शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार : उत्तर प्रदेश में 15-49 वर्ष आयुवर्ग की 34.4 फीसद महिलाएं ऐसी हैं जो कभी शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार हुई हैं। 2030 तक इनके प्रतिशत को घटाकर 30.4 फीसद करने का लक्ष्य है।अन्य संकेतकों की स्थिति और लक्ष्य
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- संकेतक : वर्तमान स्थिति : लक्ष्य 2026 : लक्ष्य 2030
- शिश मृत्यु दर : 43 : 32 : 22
- नवजात मृत्यु दर : 32 : 22 : 12
- मातृ मृत्यु दर : 197 : 150 : 198
- जीवन प्रत्याशा (औसत) : 64.3 वर्ष : 66 वर्ष : 69 वर्ष