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UP News: सीएम योगी ने दी कर्तव्य निभाने की नसीहत, कहा- सिर्फ ट्यूबवेल चालू-बंद करना आपका काम नहीं

सीएम योगी ने 10 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अधिकारों से पहले कर्तव्यों का निर्वहन जरूरी है। यदि हम कर्तव्य निभाएंगे तो अधिकार भी सुरक्षित होंगे। सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के रूप में आपका काम सिर्फ ट्यूबवेल को चालू और बंद करना नहीं बल्कि जल संसाधनों के संरक्षण से जुड़ना और लोगों को जोड़ना भी होगा क्योंकि जल के बिना जीवन अकल्पनीय है।

By Rajeev DixitEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 03 Dec 2023 09:00 PM (IST)
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जल नियोजन से जुड़ें और लोगों को भी जोड़ें सहायक बोरिंग टेक्नीशियन: योगी

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से लघु सिंचाई विभाग में सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर चयनित 242 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण का शनिवार को शुभारंभ किया। 

लोक भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 10 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अधिकारों से पहले कर्तव्यों का निर्वहन जरूरी है। यदि हम कर्तव्य निभाएंगे तो अधिकार भी सुरक्षित होंगे। सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के रूप में आपका काम सिर्फ ट्यूबवेल को चालू और बंद करना नहीं बल्कि जल संसाधनों के संरक्षण से जुड़ना और लोगों को जोड़ना भी होगा क्योंकि जल के बिना जीवन अकल्पनीय है।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रकृति और परमात्मा की असीम अनुकंपा से पर्याप्त जल संपदा मौजूद हैं। भूजल के प्रचुर भंडार और सदानीरा नदियों ने उत्तर प्रदेश को दुनिया की सबसे उर्वर भूमि बनाया है। प्रदेश में 70 प्रतिशत सिंचाई भूजल से होती है।

जल संपदा का संरक्षण करना होगा

उन्होंने कहा कि राज्य की 80 प्रतिशत आबादी को ट्यूबवेल के माध्यम से पेयजल के रूप में भूजल की आपूर्ति की जाती है। उद्योगों में भी 85 प्रतिशत भूगर्भीय जल का इस्तेमाल होता है। 

बढ़ती जनसंख्या को भोजन और पेयजल उपलब्ध कराने की चुनौतियों और लोगों को रोजगार देने के लिए उद्योगों के विस्तार ने भूजल के अंधाधुंध दोहन और जल प्रदूषण की समस्या को जन्म दिया है। इन परिस्थितियों में हमें विरासत में मिली प्रचुर जल संपदा का संरक्षण करना होगा। 

उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि प्रदेश के जो अति दोहित ब्लाक या जिले हैं, उनमें भूजल स्तर बढ़े। उन्होंने सरकार की ओर से भूजल संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।

नौजवानों का प्रदेश में शोषण होता था

अपनी सरकार के विगत साढ़े छह वर्षों में छह लाख युवाओं को पारदर्शी और शुचितापूर्ण तरीके से सरकारी नौकरियां दिए जाने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले नौकरी के इच्छुक नौजवानों का प्रदेश में शोषण होता था और पहचान के संकट के कारण राज्य के बाहर उनकी छंटनी होती थी। अब उत्तर प्रदेश के युवाओं को देश में कहीं भी सम्मान मिलता है।

कार्यक्रम में जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव व सचिव डॉ. बलकार सिंह भी मौजूद थे।

54 ब्लाक अतिदोहित, 36 जिलों में भूजल स्तर में सुधार

इस मौके पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि भूगर्भ विभाग के अध्ययन के अनुसार प्रदेश के 54 ब्लॉक अति दोहित, 46 क्रिटिकल और 179 सेमी क्रिटिकल श्रेणी में हैं। राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश के 36 जिलों में भूजल स्तर में सुधार हुआ है। वहीं 29 ब्लाक संकटग्रस्त श्रेणी से बाहर आए हैं।

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