UP News: सीएम योगी ने पिछड़ा वर्ग आयोग को दिया निर्देश, सरकार काे बताएं ओबीसी समाज की अपेक्षाएं
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को जिम्मेदारी दी है कि वह प्रदेश के पिछड़े वर्ग की अपेक्षाओं और आशाओं का पता लगाए। आयोग के पदाधिकारी जिलों में जाकर ओबीसी समाज से संवाद करेंगे और रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग को ओबीसी समाज की समस्याओं के निराकरण के लिए सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए कहा है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सरकार अब प्रदेश के पिछड़े वर्ग की अपेक्षाओं और उनकी आशाओं का पता लगाएगी। इसके लिए राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। आयोग के पदाधिकारी जिलों में जाकर ओबीसी समाज से संवाद करेंगे। संवाद के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर आयोग सरकार को बताएगा कि ओबीसी समाज की सरकार से क्या आशा-अपेक्षाएं हैं?
हाल ही के लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीटें कम होने के पीछे सपा और कांग्रेस की पिछड़ा वर्ग में सेंधमारी को बड़ा कारण माना जाता है। ओबीसी वर्ग को बड़े पैमाने पर जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई माह से खाली पड़े उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्षों और सदस्यों के पद पर पिछले दिनों तैनाती कर दी।
ओबीसी समाज को पूरा लाभ मिल रहा
मंगलवार को आयोग के पदाधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों की तुलना में मौजूदा सरकार में सरकारी नौकरियों के चयन में ओबीसी समाज को सर्वाधिक हिस्सेदारी मिली है। लाभार्थीपरक योजनाएं हों या फिर आरक्षण जैसे संवैधानिक अधिकार। वर्तमान सरकार में ओबीसी समाज को पूरा लाभ मिल रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग के पदाधिकारी जिलों में भ्रमण के दौरान ओबीसी समाज के लोगों से संवाद करें। उनकी आशाओं और अपेक्षाओं से सरकार को भी अवगत कराएं।
पिछले साढ़े सात वर्षों में सरकार के प्रयास से ओबीसी समाज को मुख्यधारा में स्थान मिला है। ओडीओपी और विश्वकर्मा श्रम सम्मान जैसी योजनाओं के केंद्र में ओबीसी समाज ही है। यदि किन्हीं कारणों से ओबीसी समाज के किसी पात्र को योजना का लाभ नहीं मिल सका है, तो उनके लिए आयोग संस्तुति करे।
आयोग को सकारात्मक भूमिका निभानी होगी
मुख्यमंत्री ने आयोग की गतिविधियों को और अधिक जनोपयोगी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ओबीसी समाज को राष्ट्रवाद की मुख्यधारा से जोड़ते हुए उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए आयोग को सकारात्मक भूमिका निभानी होगी।
योगी ने कहा कि पिछड़ा वर्ग समाज के युवाओं में बहुत प्रतिभा और मेधा है, आवश्यकता उन्हें मंच देने की है। आयोग को इस दिशा में बेहतर कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को आयोग के कार्यालय में अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारियों के लिए पर्याप्त कक्षों की उपलब्धता कराने और आयोग के सुचारु क्रियाकलाप के लिए आवश्यक सभी संसाधन उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
यह भी पढ़ें: मेरी बेटी के साथ गलत हुआ है और… पुलिस ने दोस्त लिखने को कहा, रेप पीड़िता की मां ने सुनाई दर्दनाक दास्तांयह भी पढ़ें: ठाकुरों से मांगनी चाहिए माफी… पूर्व उप मुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव को क्यों दी नसीहत?
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।