Move to Jagran APP

UP News: उत्तर प्रदेश के जिन 88 माध्यमिक स्कूलों में एक भी नियमित शिक्षक नहीं वहां पहले होगी तैनाती

UP News - उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में नव चयनित प्रवक्ताओं की तैनाती के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है। माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से गुरुवार को ऑनलाइन पदस्थापन के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए। इस प्रक्रिया के तहत 500 शिक्षकों की भर्ती में अब दूसरी सूची के अभ्यर्थियों को अवसर दिया जाएगा।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 15 Nov 2024 02:41 AM (IST)
Hero Image
अभ्यर्थियों से पांच-पांच विद्यालयों के विकल्प भरवाए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में नव चयनित प्रवक्ताओं की तैनाती आनलाइन माध्यम से की जाएगी। 500 शिक्षकों की भर्ती में अब दूसरी सूची के अभ्यर्थियों को अवसर दिया जाएगा। 

माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से गुरुवार को ऑनलाइन पदस्थापन के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए। ऐसे 88 राजकीय माध्यमिक स्कूल जहां इस समय एक भी नियमित शिक्षक तैनात नहीं है, वहां सबसे पहले नव चयनित अभ्यर्थी की तैनाती होगी। यहां अभी विद्यालय संविदा शिक्षकों के भरोसे चलाया जा रहा है।

विशेष सचिव, माध्यमिक शिक्षा उमेश चंद्र की ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार दूसरी श्रेणी में वह 222 राजकीय माध्यमिक स्कूल हैं, जहां सिर्फ एक-एक नियमित शिक्षक है। 

313 विद्यालयों को तीसरी श्रेणी के विकल्प के रूप में रखा गया

वहीं, दो नियमित शिक्षक वाले 313 विद्यालयों को तीसरी श्रेणी के विकल्प के रूप में रखा गया है। यहां प्राथमिकता के आधार पर तैनाती होगी। वहीं महत्वाकांक्षी जिलों, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, पंडित दीनदयाल उपाध्याय माडल विद्यालय, तहसील मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर के विद्यालय, जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूरी के विद्यालय और मेरठ, आगरा, वाराणसी, कानपुर व प्रयागराज में तैनाती को सबसे अंत के विकल्प में रखा गया है।

गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद व लखनऊ में तैनाती के लिए अलग से आदेश जारी किए जाएंगे। अभ्यर्थियों से पांच-पांच विद्यालयों के विकल्प भरवाए जाएंगे। विकल्प के विद्यालय न मिलने पर गृह जिले व मंडल के अन्य विद्यालय या फिर आसपास के चार मंडलों के किसी विद्यालय में तैनाती दी जाएगी। 

मालूम हो कि वर्ष 2018 में राजकीय माध्यमिक स्कूलों में 500 प्रवक्ता के पद पर उप्र लोक सेवा आयोग द्वारा चयन प्रक्रिया की गई थी। मुख्य सूची में तैनाती न लेने वाले अभ्यर्थियों से खाली हुई सीटों पर जल्द तैनाती की जाएगी। जिलावार इसका जल्द ब्योरा जारी किया जाएगा।

लखनऊ में खुलेगा मिलिंग टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट

लखनऊ में विश्व स्तरीय मिलिंग टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी। इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मिलिंग टेक्नोलॉजी के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार ने लखनऊ में पांच एकड़ भूमि रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को उपलब्ध करा दी है। मिलिंग टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के लिए बुधवार को एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर खाद्य प्रसंस्करण विभाग, सेंट्रल फूड टेक्नोलॉजी रिसर्च इंस्टीट्यूट और रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने हस्ताक्षर किए। 

मिलिंग टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट का निर्माण रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन द्वारा किया जाएगा और जल्द ही इसके लिए एक सोसाइटी का गठन किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस सेंटर के निर्माण से प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। रोजगार के लिए प्रदेश के युवाओं को तकनीकी शिक्षा भी प्राप्त होगी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।