UP News : बिजनौर में 13 लोगों की जान लेने वाले गुलदारों को मारने के आदेश, छह माह से खौफ के साये में जी रहे लोग
बिजनौर के लोगों को गुलदार की दहशत से जल्द मुक्ति मिलने वाली है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव ने छह माह में 13 लोगों को मार चुके दो गुलदार का शिकार करने के आदेश दे दिए हैं। वन्य जीव विभाग की टीमें अन्य विभागों के साथ तालमेल करके अप्रैल से इन्हें काबू करने की कोशिश कर रही हैं लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। बिजनौर के लोगों को गुलदार की दहशत से जल्द मुक्ति मिलने वाली है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव ने छह माह में 13 लोगों को मार चुके दो गुलदार का शिकार करने के आदेश दे दिए हैं। वन्य जीव विभाग की टीमें अन्य विभागों के साथ तालमेल करके अप्रैल से इन्हें काबू करने की कोशिश कर रही हैं।
लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई इस दौरान जनहानि बढ़ती जा रही है। गुलदार का पहला शिकार 17 फरवरी को कीरतपुर की 14 वर्षीया अदिति हुई थी। तीन मार्च को शोरपुर बल्ला की पांच वर्षीया पूर्वी को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था। तीसरा शिकार काजीवाला निवासी 40 वर्षीया मिथिलेश हुई थी। इसके बाद मुख्य वन संरक्षक रूहेलखण्ड जोन, बरेली ने गुलदार को पकड़ने के आदेश जारी किए थे।
विभाग ने टीमें बनाकर गुलदार को पकड़ने की काफी कोशिशें की, लेकिन इस दौरान गुलदार ने अलग-अलग गांवों के लोगों को अपना शिकार बनाने का क्रम जारी रखा। सभी घटना स्थलों की गश्ती दलों की पड़ताल के बाद यह सामने आया कि करीब 50 से 70 किलोमीटर के क्षेत्र में एक नहीं बल्कि दो नरभक्षी गुलदार ने 13 लोगों को मारा है। इन्हें मारने के आदेश प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव अंजनी कुमार आचार्य ने दे दिए हैं।
शिकार करने के लिए छह लोगों की टीम गुलदार का शिकार करने के लिए छह लोगों की टीम बनाई गई है। टीम में क्षेत्रीय वन अधिकारी, वनकटवा रेंज, सोहेलवा, सत्रोहन लाल, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी जौनपुर, डा.आरके सिंह, दुधवा टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सक डा.दयाशंकर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सक डा.दक्ष गंगवार, पुलिस लाइन बिजनौर के सिपाही नाजिम व पुलिस थाना कोतवाली शहर के राहुल कुमार को शामिल किया गया है।