UP Police: मुख्यमंत्री योगी ने थपथपाई यूपी पुलिस की पीठ, बोले- हम हाथी से हैंडसेट तक पहुंचे, एआई पर रखे विचार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि जिस भी फोर्स के साथ योग्य प्रशिक्षण व उपकरण तथा शस्त्र रहा है वह हमेशा विजेता रही है। संपन्न सरकार व राष्ट्र इस बात का ध्यान रखते हैं कि वे अत्याधुनिक तकनीक व साधन में पिछड़ने न पाएं। सूचना के साथ सटीक जानकारी पहुंचाने में पुलिस दूरसंचार विभाग की अहम भूमिका होती है।
By Edited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 01 Oct 2023 08:23 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि जिस भी फोर्स के साथ योग्य प्रशिक्षण व उपकरण तथा शस्त्र रहा है, वह हमेशा विजेता रही है। संपन्न सरकार व राष्ट्र इस बात का ध्यान रखते हैं कि वे अत्याधुनिक तकनीक व साधन में पिछड़ने न पाएं। सूचना के साथ सटीक जानकारी पहुंचाने में पुलिस दूरसंचार विभाग की अहम भूमिका होती है। उक्त विचार उन्होंने पुलिस दूरसंचार स्थापना दिवस के मौके पर रेडियो मुख्यालय में आयोजित समारोह में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि विगत दिनों प्रयागराज में हुई एक लूट को अंजाम देने वाले दूसरे राज्यों के कि गिरोह को दूरसंचार प्रणाली की मदद से दो दिन में गिरफ्तार कर लिया गया। बाइक से चार लोग आते हैं। सात लाख लूट कर प्रयागराज छोड़ देते हैं और फिर लखनऊ पहुंचकर होटल में रुकते हैं। अगले दिन सीतापुर में साढ़े नौ लाख रुपये की लूट करते हैं। तकनीक के कारण पुलिस ने उनमें से दो लोगों को लखनऊ में होटल से दबोच लिया। यदि तकनीक न होती और हमने समय के अनुरूप खुद को तैयार न किया होता तो हम प्रयागराज तक सीमित रहते। उन्होंने कहा कि 2019 में कुंभ का सफल आयोजन हम तकनीक की मदद से कर पाए। देश-विदेश तक इसकी प्रशंसा की गई।
एआई पर कही ये बात
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एआई के माध्यम से बड़े से बड़े आयोजन को संपन्न करने में भी भूमिका निभा सकते हैं। कांवड़ यात्रा में गाजियाबाद से हरिद्वार के बीच ज्यादातर भाग यूपी में आता है। चार करोड़ श्रद्धालु इसका हिस्सा बनते हैं। इसके बावजूद यात्रा शांति से संपन्न हुई है। रेडियो पुलिस ने वहां पर अपने नए प्रयोग किए।हम हाथी से हैंडसेट तक पहुंच गए
सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहली बार 1938 में कुंभ को लेकर हरिद्वार से शुरू हुई यात्रा में वायरलेस सेट का प्रयोग किया था। भगदड़ या अफवाह से लोगों को बचाने के लिए उस समय पुलिस ने तीन हाथियों के दल का सहारा लिया था। इसके बाद रेडियो मुख्यालय की स्थापना हुई और 2019 आते-आते हम हाथी से हैंडसेट तक पहुंच गए हैं।
पुलिस लाइंस व पीएसी वाहिनी में हों संग्रहालय
मुख्यमंत्री ने कहा कर्मचारियों को अच्छा प्रशिक्षण दिया जाए, जितना अच्छा प्रशिक्षण होगा, उतना अच्छा परिणाम मिलेगा। कर्मचारियों को अच्छे उपकरण, साधन व व्यवस्थाएं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके साथ जरूरी है कि हम अपने इतिहास को सुरक्षित रखें। इसके लिए पुलिस लाइंस व पीएसी वाहिनी में संग्रहालय बनाया जाना चाहिए।यह भी पढ़ें: अब यूपी के हर जिले में खोला जाएगा साइबर थाना, फिर से होगी एंटी रोमियो अभियान की शुरूआत; सीएम योगी के सख्त आदेश
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