UP Police Bharti: पुलिस भर्ती परीक्षा में पकड़े गए 18 नकलची, 60 हजार से अधिक पद; 34 लाख छात्रों ने दिया एग्जाम
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन 5 दिनों तक चला। इस भर्ती परीक्षा के लिए कुल 34 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। परीक्षा के अंतिम दिन 72 प्रतिशत उम्मीदवार उपस्थित रहे। इस भर्ती परीक्षा के माध्यम से 60244 पदों पर भर्ती की जाएगी। परीक्षा के अंतिम दिन भी 67 जिलों में स्थित 1174 परीक्षा केंद्रों में कड़ा पहरा रहा।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच अब तक की सबसे बड़ी सिपाही भर्ती परीक्षा शनिवार को पांचवे दिन सकुशल संपन्न हो गई। परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई, जो दूसरे राज्यों के लिए चयन परीक्षाओं का मानक साबित होगी। 23, 24, 25, 30 व 31 अगस्त को 10 पालियों में हुई लिखित परीक्षा में लगभग 34 अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र पहुंचे।
परीक्षा के अंतिम दिन शनिवार को सर्वाधित 72 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र पहुंचे। आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा में कुल 48,17,441 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। परीक्षा में कुल लगभग 70 प्रतिशत अभ्यर्थियों परीक्षा दी जबकि तीस प्रतिशत ने परीक्षा छोड़ दी। अब सिपाही के हर एक पद के लिए औसतन 56 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला है। परीक्षा के अंतिम दिन भी 67 जिलों में स्थित 1,174 परीक्षा केंद्रों में कड़ा पहरा रहा।
इस दौरान दोनों पालियों में 54 संदिग्ध अभ्यर्थी भी पकड़े गए, जिनके फिंगरप्रिंट व आवेदनपत्र में भरे गया अन्य ब्योरा आधार कार्ड से मेल नहीं खाया। ऐसे सभी अभ्यर्थियों से पहचान पत्र व स्वप्रमाणित पत्र लेकर उन्हें परीक्षा में शामिल कराया गया। पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण के अनुसार पांचों दिन की परीक्षा के दौरान कुल 466 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गए, जिन्हें परीक्षा में शामिल कराया गया।
बोर्ड की मंशा किसी छोटी लिपकिय त्रुटि की वजह से किसी अभ्यर्थी को परीक्षा से वंचित करने की नहीं थी। ऐसे सभी अभ्यर्थियों की गहनता से जांच होगी, जो पूरी तरह से गड़बड़ होेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। डीजीपी प्रशांत कुमार ने लखनऊ के तेलीबाग स्थित राम भरोसे मैकूलाल भरोसे इंटर कालेज का औचक निरीक्षण किया और सभी जिलों में पूरी सतर्कता बरते जाने का निर्देश दिया।
अंतिम दिन 18 आरोपित गिरफ्तार
पुलिस ने अंतिम दिन विभिन्न जिलों में दोनों पालियों की परीक्षा के दौरान 18 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पांचों दिन की परीक्षा के दौरान कुल 77 आरोपितों को गिरफ्तार किया। शनिवार को ललितपुर में फर्जी दस्तावेजों की मदद से आयु कम कर परीक्षा में शामिल हुए बिहार निवासी अभिमन्यु ओझा को गिरफ्तार किया। कानपुर में आडियो डिवाइस लगाकर परीक्षा देने पहुंचे मैनपुर निवासी विपनेश कुमार को गिरफ्तार किया गया।कानपुर में फर्जी आधार कार्ड के माध्यम अभ्यर्थी रमाकांत के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे आगरा निवासी साल्वर सोनू सिंह तथा मथुरा निवासी ओमवीर को अपने भाई लोकेश के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया। कानपुर में ही फर्जी दस्तावेजों की मदद से उम्र कम कर परीक्षा देने पहुंचा आगरा निवासी निहाल सिंह पकड़ा गया।ऐसे ही मामले में सहारनपुर में बुलंदशहर निवासी वीर सिंह, बुलंदशहर में अलीगढ़ निवासी सुखवीर सिंह, महोबा में बिहार निवासी सुमित कुमार पंडित, बांदा में प्रयागराज निवासी छोटा निषाद, फतेहपुर में कन्नौज निवासी सारिक, बागपत में शामली निवासी प्रीत सिंह व सहारनपुर निवासी अजय कुमार तथा बिजनौर में बुलंदशहर निवासी अनिल को गिरफ्तार किया गया।
एसटीएफ ने आगरा में पुलिस व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को भर्ती कराने का दावा कर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों अखलेश, विनय कुमार व अमित बघेल को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने प्रतापगढ़ में भी ऐसे ही अन्य गिरोह के दो सदस्यों शुभम सोनकर व पवन कुमार पाल को गिरफ्तार किया।
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