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UP Police Review: यूपी के इस जिले में फिसड्डी निकली पुलिस, हत्या जैसे संगीन अपराधों के मामले में भी लापरवाही

संगीन अपराधों में कार्रवाई के मामले में कई जिलों की पुलिस लापरवाह है। कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में हत्या व लूट की घटनाओं की समीक्षा में यह बात सामने आई है। हालांकि पुलिस के लिए राहत की बात यह है कि पिछले वर्षों की तुलना में हत्या में 9.02 प्रतिशत व लूट के मामलों में 24.61 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।

By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Fri, 29 Sep 2023 11:36 PM (IST)
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UP Police Review: यूपी के इस जिले में फिसड्डी निकली पुलिस।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। संगीन अपराधों में कार्रवाई के मामले में कई जिलों की पुलिस लापरवाह है। कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में हत्या व लूट की घटनाओं की समीक्षा में यह बात सामने आई है। हालांकि, पुलिस के लिए राहत की बात यह है कि पिछले वर्षों की तुलना में हत्या में 9.02 प्रतिशत व लूट के मामलों में 24.61 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर अपराधों में दोषियों के विरुद्ध और प्रभावी कार्रवाई का निर्देश दिया है। कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में सोमवार को हत्या की घटनाओं की भी समीक्षा की गई थी।

क्या कहते हैं आंकड़े 

पुलिस आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष हत्या के 1921 मुकदमों में 1322 में आरोप पत्र दाखिल किए गए और 90 में अंतिम रिपोर्ट लगी, जबकि 509 मामलों की अभी विवेचना जारी है। कुल 4705 आरोपियों में से 4230 को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि 475 वांछित आरोपियों की तलाश की जा रही है। 

हत्या के मामलों में चंदौली सबसे पीछे

हत्या के मामलों में कार्रवाई की बात करें तो चंदौली सबसे पीछे रहा। यहां 30 प्रतिशत ही कार्रवाई हुई। इसके अलावा, औरैया व ललितपुर में 70 प्रतिशत, हमीरपुर में 71 प्रतिशत, बांदा में 72 प्रतिशत, लखनऊ कमिश्नरेट में 73 प्रतिशत, गोंडा में 76 प्रतिशत, फतेहगढ़ व प्रयागराज कमिश्नरेट में 77 प्रतिशत व वाराणसी कमिश्नरेट में 78 प्रतिशत रही। 

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अमरोहा, झांसी, जालौन, हरदोई, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी व महोबा टाप टेन जिलों में रहे, जहां शत प्रतिशत कार्रवाई हुई। हत्या की घटनाओं में महोबा में 200 प्रतिशत, श्रावस्ती में 75 प्रतिशत, सीतापुर में 71 प्रतिशत, जालाैन में 67 प्रतिशत व कौशांबी में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 

लूट के मामलों पर एक नजर

ऐसे ही लूट की 789 मुकदमों में 589 मामलों में पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल किए गए और 20 में अंतिम रिपोर्ट लगाई गई, जबकि 180 मुकदमों की विवेचना की जा रही है। लूट की घटनाओं में कुल 2222 आरोपियों में से पुलिस ने 2118 आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की, जबकि 104 वांछितों की तलाश की जा रही है। 

महाराजगंज में बढ़ीं सर्वाधिक लूट की घटनाएं

कई जिलों में लूट की घटनाएं बढ़ी हैं, जिनमें महाराजगंज में 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके अलावा ललितपुर में 200 प्रतिशत, बलरामपुर में 167 प्रतिशत व कासगंज में 129 प्रतिशत की वृद्धि हुई। लूट की घटनाओं में कार्रवाई के मामले में प्रयागराज कमिश्नरेट सबसे पीछे रहा। यहां 70 प्रतिशत कार्रवाई हुई। कौशांबी, देवरिया, अमेठी, महोबा, अयोध्या, गोंडा, रायबरेली, चित्रकूट व फतेहपुर भी कार्रवाई में पीछे रहे।

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