UP Politics: पीएफआइ पर प्रतिबंध और बसपा प्रमुख मायावती का मुस्लिम मोह
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उप चुनाव में सपा की हार ने भी असमंजस बढ़ाया है। ऐसे में मायावती को पीएफआइ के बहाने उनकी ओर पहल करने का अवसर मिला। यह ट्वीट उन लोगों को भी जवाब था जो भाजपा के प्रति नरम रुख रखने का उन पर आरोप लगाते थे।
By Jagran NewsEdited By: Sanjay PokhriyalUpdated: Mon, 03 Oct 2022 12:50 PM (IST)
लखनऊ, हरिशंकर मिश्र। विपक्षी पार्टियां सरकार की नीयत में खोट मानकर इस मुद्दे पर आक्रोशित व हमलावर हैं और आरएसएस पर भी बैन लगाने की मांग खुलेआम हो रही है कि अगर पीएफआइ देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है तो उस जैसे अन्य संगठनों पर भी बैन क्यों नहीं लगना चाहिए। इस ट्वीट में राजनीति भी देखी जा सकती है और छटपटाहट भी। संदेश भी देखा जा सकता है और मौके पर वार भी।
बसपा प्रमुख मायावती ने यह ट्वीट ठीक उसी दिन किया, जिस दिन पूरे देश में पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) पर प्रतिबंध लगाया गया था और इसके राजनीतिक निहितार्थ पढ़ें तो मुस्लिम मतों को लेकर मायावती की छटपटाहट स्पष्ट देखी जा सकती है। उनके शब्द सधे हुए जरूर थे, लेकिन मंतव्य स्पष्ट था कि वह मुस्लिमों के लिए फिक्रमंद हैं और उनके लिए पीएफआइ के समर्थन की हद तक जा सकती हैं।
बसपा प्रमुख मायावती। फाइल
पीफआइ के मुद्दे को लेकर मुस्लिमों को चारा फेंका
मायावती चार बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं, चतुर राजनीतिज्ञ हैं। वह जानती हैं कि पीएफआइ किस तरह का संगठन है और संघ से उसकी तुलना किसी भी स्तर पर नहीं की जा सकती, लेकिन राजनीतिक अवसरवादिता में उन्होंने ट्वीट करने में देरी नहीं की। पीएफआइ के पक्ष में खड़े होने से हिंदू मतों की नाराजगी का खतरा जरूर है, लेकिन फायदा इससे अधिक है। क्योंकि जाटव मतों पर बसपा का एकाधिकार अभी भी बना हुआ है।प्रदेश के चुनाव में मुस्लिम मतदाता एक बड़ी धुरी हैं और फिलहाल समाजवादी पार्टी को अपने अधिक नजदीक पाते हैं। बीते विधानसभा चुनाव में मुस्लिमों ने सपा के पक्ष में खुलकर वोट भी किया जिसकी वजह से बसपा महज एक ही सीट पा सकी, जबकि सपा का कुनबा 111 विधायकों का हो गया। अब लोकसभा चुनाव होने हैं और मायावती को यह स्पष्ट तौर पर मालूम है कि केवल जाटव मतों से उनकी नैया आगे नहीं बढ़ सकती, उसमें मुस्लिम मतों की पतवार भी चाहिए, इसलिए उन्होंने आलोचनाओं की परवाह न करते हुए पीफआइ के मुद्दे को लेकर मुस्लिमों को चारा फेंका है।
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