अखिलेश को मूर्ति पर माल्यार्पण करने से रोकने पर गरमाई यूपी की सियासत, शिवपाल को पुलिस ने रोका- लखनऊ से कन्नौज तक हंगामा
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने जो रास्ता बंद किया है वो उनकी बंद सोच का प्रतीक है। भाजपा जय प्रकाश नारायण जी जैसे हर उस स्वतंत्रता सेनानी के लिए अपने मन में दुर्भावना और दुराव रखती है जिसने भी देश की आज़ादी में भाग लिया था। ये देश की आज़ादी में भाग न लेने वाले भाजपाइयों के संगी-साथियों के अंदर का अपराध बोध है।
जागरण ऑनलाइन टीम, लखनऊ। लखनऊ में जेपी केंद्र में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को जेपी नारायण की मूर्ति पर माल्यापर्ण करने से रोकने पर यूपी की कई जगहों पर सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। लखनऊ से लेकर कन्नौज और इटावा तक सपाई सड़क पर उतर गए हैं। सपा नेताओं ने अखिलेश यादव को रोके जाने पर लोकतंत्र की हत्या और हिटलरशाही का दौर बताया है।
इटावा में आग बबूला हुए कार्यकर्ता, धरना प्रदर्शन
शहर के व्यस्त शास्त्री चौराहे पर जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव, सांसद जितेंद्र दोहरे ने कार्यकर्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग है कि जब तक अखिलेश यादव को वहां पर जाने नहीं दिया जाएगा तब तक आंदोलन किया जाएगा। अभिषेक यादव ने आरोप लगाया कि कि सपा अध्यक्ष को पुलिस ने उनके घर पर ही घेराबंदी कर रोक दिया है। प्रशासन के बड़े अधिकारी भी मौजूद हैं।
लखनऊ जाते समय पुलिस ने शिवपाल को रोका
इटावा के सैफई से लखनऊ से प्रदर्शन में शामिल होने जाते समय पुलिस ने शिवपाल यादव को आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सौरिख में रोक दिया। शिवपाल के रोके जाने की सूचना मिलते ही कई सपा नेता और कार्यकर्ता पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद शिवपाल यादव सैफई लौट गए। वहीं आगरा से लखनऊ जा रही साइिकल यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में अखिलेश यादव द्वारा जयप्रकाश की मूर्ति पर माल्यार्पण से रोकने के विरोध में तिर्वा तहसील के बाहर प्रदर्शन किया।अखिलेश बोले- भाजपा का हर काम नकारात्मक का प्रतीक
भाजपाई लोग हों या इनकी सरकार, इनका हर काम नकारात्मक का प्रतीक है। पिछली बार की तरह समाजवादी लोग कहीं ‘जय प्रकाश नारायण जी’ की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने न चले जाएं, इसीलिए उन्हें रोकने के लिए हमारे निजी आवास के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गयी है।
- अखिलेश यादव
अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि
- भाजपा ने श्रद्धांजलि के रास्ते रोके हैं
- भाजपा ने PDA के रास्ते रोके हैं
- भाजपा ने सौहार्द के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने अमन-चैन के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने संविधान के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने आरक्षण के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने किसानों के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने नारी-सम्मान के रास्ते रोके हैं
- भाजपा ने युवा-विकास के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने सच्चे मीडिया के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने नौकरी के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने कारोबार के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने पेंशन के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने शिक्षामित्रों के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने शिक्षक भर्ती के रास्ते रोके हैं
- भाजपा ने आशा-आंगनबाड़ी के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने ‘यश भारती’ के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने कलाकर्मियों के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने सच्चे खिलाड़ियों के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने सामाजिक न्याय के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने समता-समानता के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने हक़ माँगनेवालों के रास्ते रोके हैं
- भाजपा ने ख़ुशहाली के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने तरक़्क़ी के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने सुनहरे भविष्य के रास्ते रोके हैं - भाजपा ने स्वतंत्रता के रास्ते रोके हैंभाजपाई हमेशा स्वतंत्रता-सेनानियों और स्वतंत्रता आंदोलन के विरोधी रहे हैं। रास्ते रोकना इन्होंने औपनिवेशिक शक्तियों के साथ रहने और दबे-छुपे उनका साथ देने से सीखा है। अखिलेश ने आगे लिखा कि जन-जन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
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