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UP Rains: यूपी में भारी बारिश ने बरपाया कहर, अब तक 28 लोगों की मौत, 6 जिलों में रेड अलर्ट

यूपी के कई जिलों में भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। स्थिति यह है कि भारी बारिश की वजह से कई जिलों में जान-माल की हानि हुई है। लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण 9 और लोगों की मौत हो गई है जिससे मरने वालों की संख्या 28 हो गई है जबकि सबसे ज्यादा प्रभावित बाराबंकी और गोंडा सहित 6 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Tue, 12 Sep 2023 11:18 PM (IST)
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उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई जिलों में जान-माल की हानि हुई है।

लखनऊ, पीटीआई। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। स्थिति यह है कि भारी बारिश की वजह से कई जिलों में जान-माल की हानि हुई है। प्रदेश में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण 9 और लोगों की मौत हो गई है, जिससे मरने वालों की अब तक कुल संख्या 28 हो गई है, जबकि सबसे ज्यादा प्रभावित बाराबंकी और गोंडा सहित छह जिलों में मंगलवार को रेड अलर्ट जारी किया गया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले 48 घंटों में राज्य के सात जिलों में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई और 10 अन्य जिलों में 50 मिमी बारिश दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटों में बहराइच और बाराबंकी के कुछ हिस्सों में 250 मिमी से अधिक बारिश हुई है।

राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई कि, "पिछले 24 घंटों में (सोमवार शाम 6 बजे से मंगलवार शाम 6 बजे तक) कुल नौ मौतें हुई हैं। इसमें बिजली गिरने से पांच, अत्यधिक बारिश से दो और डूबने से एक-एक मौतें हुई हैं।"

अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 12 नावें बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर बचाव अभियान चला रही हैं। वहीं, शहरी क्षेत्र के 10 से अधिक मोहल्ले बारिश के पानी में डूब गये हैं। इसके अलावा, जिला प्रशासन प्रभावित परिवारों को स्वच्छ पानी और खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रहा है।

दयाल ने कहा कि कम समय में भारी बारिश होने के कारण जलभराव हुआ है। हालांकि, आने वाले 24 घंटों में जल स्तर में कमी आएगी। गोंडा में मंगलवार को सुबह साफ मौसम था लेकिन बाद में बारिश शुरू हो गई। रातभर हुई बारिश से जिला अस्पताल परिसर समेत निचले इलाकों में पानी भर गया है। अधिकारियों ने बताया कि जिले के तरबगंज तहसील में आकाशीय बिजली गिरने से दो भैंसों की मौत हो गई है।

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राहत आयुक्त अधिकारी ने कहा कि जल जमाव की समस्या से निपटने के लिए विभिन्न टीमें विभिन्न क्षेत्रों में चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। राज्य के सभी तटबंध सुरक्षित हैं और कहीं से किसी प्रकार के टूटने की कोई खबर नहीं है। अधिकारी ने बताया कि कहीं भी कोई नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है लेकिन पलिया कलां में शारदा खतरे के निशान के आसपास ही बह रही है।

वहीं, मुरादाबाद में रामगंगा नदी और बाणसागर (मिर्जापुर) में सोन नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। अधिकारी ने बताया कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को तैनात किया गया है। जिलों में खाने का पैकेट, खाद्यान्न सामग्री, तिरपाल शीट और महिला गरिमा किट के वितरण के साथ राहत कार्य चलाए रहे हैं। साथ ही चिकित्सा विभाग और पशुपालन विभाग की टीमें भी तैनात की गई हैं। अधिकारी ने कहा, "सब कुछ नियंत्रण में है और जिले के कर्मचारी निगरानी बनाए हुए हैं। राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र और एक हेल्पलाइन 24 घंटे चालू है।"

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