CFI महासचिव रऊफ के बताए ठिकानों पर UP STF ने मारे छापे, PFI के दिल्ली दफ्तर से मिले भड़काऊ पोस्टर-सीडी
हाथरस कांड के बाद यूपी में जातीय दंगे भड़काने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार सीएफआइ महासचिव रऊफ शरीफ ने कई राज उगले हैं। उससे पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर यूपी एसटीएफ ने दिल्ली स्थित पीएफआइ के दफ्तर सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। हाथरस सामूहिक दुष्कर्म कांड के बाद उत्तर प्रदेश में जातीय दंगे भड़काने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआइ) महासचिव रऊफ शरीफ ने कई राज उगले हैं। उससे पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर यूपी एसटीएफ ने दिल्ली स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के दफ्तर सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की। पीएफआइ के दफ्तर से भड़काऊ पोस्टर, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, धर्म विशेष का साहित्य और सीडी बरामद हुई हैं।
कस्टडी रिमांड पर चल रहे रऊफ शरीफ ने पूछताछ में एसटीएफ को दिल्ली में हुए नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शनों को लेकर कई जानकारी दी थीं। दिल्ली दंगे की साजिश में शामिल पीएफआइ के कई सदस्यों के संबंध में भी बताया। इस पर एसटीएफ ने न्यायालय से सर्च वारंट लेकर रविवार को पीएफआइ, सीएफआइ और पीएफआइ सदस्य के ठिकानों पर छापा मारा।
सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ कमांडों ने पीएफआइ के शाहीनबाग कार्यालय, सीएफआइ कार्यालय में छानबीन की। यहां कुछ नहीं मिला। पीएफआइ सदस्य के घर पहुंचने पर पता चला कि वह घर खाली कर जा चुका है। इसके बाद एसटीएफ ने पीएफआइ के एक दफ्तर का ताला खुलवाया। इसमें गहन छानबीन करने पर धर्म विशेष का साहित्य, भड़काऊ पोस्टर, कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, पैन ड्राइव, बैंक की पर्चियां और तमाम सीडी हाथ लगीं। एसटीएफ की नोएडा यूनिट इन दस्तावेजों और इलेक्ट्रानिक डिवाइस की पड़ताल कर रही है।
केरल से गिरफ्तार किया था रऊफ : मथुरा कोर्ट ने पिछले बुधवार को सीएफआइ के राष्ट्रीय महासचिव केए रऊफ शरीफ की पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) मंजूर कर दी थी। रिमांड अवधि 18 फरवरी सुबह 10 बजे से 23 फरवरी को सुबह 10 बजे तक है। इस दौरान एसटीएफ ने रऊफ से देशविरोधी गतिविधियों के राज उगलवाए हैं। एसटीएफ ने रऊफ को पिछले शुक्रवार को केरल से गिरफ्तार कर लिया था। देशविरोधी गतिविधियों के लिए विदेशी फंडिंग के आरोप में ईडी ने रऊफ को तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट से 12 दिसंबर, 2020 को गिरफ्तार किया था। तब से वो एर्नाकुलम जेल में निरुद्ध था। वहां से छूटते ही एसटीएफ ने उसे दबोच लिया था।
रऊफ पर ये हैं आरोप
- देशविरोधी गतिविधियों के लिए फंडिंग की। ये फंडिंग उसे विदेश में बैठे आकाओं ने की थी।
- यमुना एक्सप्रेस वे के मांट टोल प्लाजा से पकड़े गए सीएफआइ के चार सदस्यों से उसके संबंध हैं।