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New Transfer Rule in UP: यूपी में मनचाहा ट्रांसफर पाने के लिए नया नियम लागू, टीचरों को पार करना होगा कठिन पड़ाव

परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों को अब मनचाहे स्कूलों में तैनाती कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के माध्यम से की जाएगी। वहीं मुख्यमंत्री अभ्युदय और कंपोजिट विद्यालयों के लिए श्रेष्ठ शिक्षकों का चयन इस परीक्षा के आधार पर ही किया जाएगा। मेरिट के आधार पर शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने से उनके बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। सभी जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

By Ashish Kumar TrivediEdited By: Shivam YadavPublished: Mon, 02 Oct 2023 10:41 PM (IST)Updated: Tue, 03 Oct 2023 05:07 PM (IST)
श्रेष्ठ स्कूलों में तैनाती के लिए गुरुजी को देनी होगी परीक्षा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों को अब मनचाहे स्कूलों में तैनाती कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के माध्यम से की जाएगी। वहीं मुख्यमंत्री अभ्युदय और कंपोजिट विद्यालयों के लिए श्रेष्ठ शिक्षकों का चयन इस परीक्षा के आधार पर ही किया जाएगा। मेरिट के आधार पर शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने से उनके बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। सभी जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अभी मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों के लिए श्रेष्ठ शिक्षकों को चुनने के लिए यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। सभी जिलों में एक-एक यह स्कूल खुलेंगे। 

हर साल करवा सकेंगे स्थानांतरण

वहीं 24 हजार कंपोजिट स्कूलों में भी शिक्षकों के चयन के लिए सीबीटी का आयोजन किया जाएगा। हर साल शिक्षकों का मनचाहे स्कूल में स्थानांतरण के लिए भी इसी परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा। 1.39 लाख परिषदीय स्कूलों में अभी 4.50 शिक्षक तैनात हैं। 

शिक्षकों की प्रतिभा का प्रयोग जारी

इसके अलावा, शिक्षामित्र व अनुदेशक अलग से हैं। ऐसे में परिषदीय विद्यालयों में अच्छा कार्य कर रहे शिक्षकों की प्रतिभा का प्रयोग कर स्कूलों में शिक्षा का स्तर और बेहतर बनाने की एक ठोस व्यवस्था तैयार की जा रही है।

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शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण

जिलों में कंप्यूटर आधारित टेस्ट के लिए जल्द एजेंसी का चयन किया जाएगा। निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे। शिक्षकों को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

कायाकल्प अभियान के तहत स्कूलों में बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के साथ-साथ अब गुणवत्तापरक शिक्षा देने पर भी जोर दिया जा रहा है। मेरिट के आधार पर शिक्षकों का चयन किया जाएगा।

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