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UP Weather: यूपी में र‍िमझ‍िम बार‍िश से मौसम में आई ठंडक, प्रतापगढ़-प्रयागराज में ब‍िजली ग‍िरने से तीन की मौत

UP Weather Alert Update Today प्रतापगढ़-प्रयागराज में ब‍िजली ग‍िरने से तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं आने वाले कुछ द‍िनों के ल‍िए मौसम व‍िभाग ने पूर्वांचल के ज‍िलों में बार‍िश के साथ ब‍िजली ग‍िरने का भी अलर्ट जारी क‍िया है। लगातार हो रही बार‍िश से तापमान में भी करीब पांच से छह ड‍िग्री की ग‍िरावट दर्ज की गई है। ज‍िससे आम आदमी ने राहत की सांस ली है।

By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Sun, 10 Sep 2023 09:15 AM (IST)
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Rain In UP: यूपी के ज‍िलों में झमाझम बार‍िश ने बदला मौसम का म‍िजाज

लखनऊ, जेएनएन। कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, बरेली, अयोध्‍या सह‍ित प्रदेश के सभी ज‍िलों में कभी तेज तो कभी धीमी बार‍िश के बाद मौसम बदल गया है। हालांक‍ि बार‍िश थमने के बाद हल्‍की उमस का एहसास होता है पर इसी के साथ लगातार हो रही र‍िमझ‍िम बार‍िश से मौसम में ठंडक भी आई है। मौसम व‍िभाग की माने तो आने वाले कुछ द‍िनों तक प्रदेश में ऐसे ही फुहारों और बार‍िश का दौरा जारी रहेगा।

मानसून के बादलों ने कानपुर सह‍ित प्रदेश के 60 से अध‍िक शहरों के आसमान पर डेरा डाल दिया है। तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही वर्षा से शनिवार सुबह तक 25.2 मिमी पानी बरस चुका है। शनिवार को भी पूरे शहर में हल्की वर्षा और फुहार का सिलसिला बना रहा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले सात दिन तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा। तीन दिन से शहर में हो रही मानसूनी वर्षा के दौर में शुक्रवार सुबह आठ बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक आठ मिमी वर्षा दर्ज हुई है।

शनिवार को दिन में भी सात मिमी वर्षा हुई है। छिटपुट और रुक-रुक कर हो रही वर्षा का असर पूरे क्षेत्र में दिखाई दे रहा है । इससे लोगों को एक बार फिर छाता और अन्य बचाव साधनों का प्रयोग करने पर मजबूर होना पड़ा है। चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मानसून के बादल लगातार बने हुए हैं और अगले सप्ताह तक इसी तरह मानसूनी वर्षा का दौर जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी से आ रही मानसूनी हवाएं पूरे क्षेत्र में अच्छी बारिश करने वाली है। उन्होंने बताया कि पहले तीन से चार दिन तक बारिश का अनुमान था लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं ।

अब 17 सितंबर तक मानसूनी वर्षा का सिलसिला बना रहेगा। इस साल मानसून के दौरान शहर में 422.1 मिमी पानी बरस चुका है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30 प्रतिशत कम हुई बारिश उन्होंने बताया कि इस बार मानसून में अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य 597.1 मिमी की तुलना में 573.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सिर्फ चार प्रतिशत कम जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30 प्रतिशत बारिश कम हुई है। इस इलाके में सामान्य 683.2 मिमी के मुकाबले सिर्फ 479.2 मिमी बारिश हुई है। पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में कुछ अच्छी बारिश दर्ज की गई। झांसी में 109 मिमी पानी बरसा है।

दो दिनों से बने मानसूनी मौसम ने खेतों पर सोना बरसाया तो तीन परिवारों पर दुख की वर्षा भी की। बारिश के दौरान आकाशीय बिजली यानी वज्रपात से प्रतापगढ़ व कौशांबी में पूर्व प्रधान समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वज्रपात और दीवार धंसकने से लोग घायल भी हुए। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह अफरातफरी मची रही। बारिश से मौसम का तापमान लुढ़का तो 11 सितंबर तक ऐसे ही हालात बने रहने का विशेषज्ञों का अनुमान है। वहीं दो दिनों में बारिश करीब 10 मिमी. हो गई।

प्रतापगढ़ के कोठरा फतनपुर निवासी रामकुमार पाल का 22 वर्षीय बेटा दिनेश कुमार, शनिवार दोपहर में करीब तीन बजे भैंस चराने खेत की तरफ गया था। तभी बादलों की गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने लगी। दिनेश कुमार कहीं पेड़ के नीचे रुकने के लिए तेज चाल से चल पड़ा लेकिन उसी समय कानफाड़ू आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी। उसकी चपेट में भैंस भी आई और दिनेश भी। झुलस जाने पर ग्रामीण व परिजन दिनेश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा ले गए। तब तक उसकी मौत हो गई थी।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। दिनेश का विवाह तीन माह पहले ही हुआ था। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि घटना की रिपोर्ट तहसील प्रशासन को दी गई है। प्रतापगढ़ के ही हथिगवां स्थित रम्मू का पुरवा धीमी समसपुर गांव के 50 वर्षीय हीरालाल, शाम करीब सवा चार बजे खेत में पेड़ से करेला तोड़ रहे थे। उसी समय बारिश होने लगी तो वह घर की तरफ चल दिए। रास्ते में ही उनका आकाशीय बिजली गिर गई। जिससे हीरालाल का पूरा शरीर झुलस गए। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

एक घटना कौशांबी के पिपरी में हुई। चायल प्रतिनिधि के अनुसार पिपरी क्षेत्र के आलमपुर गांव में पूर्व प्रधान 45 वर्षीय मुन्नू यादव शनिवार दोपहर बाद खेत से लौट रहे थे। उसी समय तेज बारिश होने लगी। गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरी तो मुन्नू चपेट में आ गए। स्वजन के साथ गांव के लोग मुन्नू को तिल्हापुर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। वहां कुछ देर इलाज हुआ लेकिन मुन्नू की जान नहीं बचाई जा सकी। इससे परिवार में कोहराम मच गया।

प्रयागराज के जसरा विकासखंड अंतर्गत अमरेहा गांव में मनोज गोस्वामी शनिवार को खेत में भैंस चरा रहा था। तभी बारिश होने लगी और आकाशीय बिजली गिरी। इससे भैंस की मौत हो गई जबकि मनोज झुलस गया। कौशांबी के संदीपन घाट मूरतगंज स्थित चंदवारी तिराहा निवासी रत्नेश द्विवेदी के घर की दीवार धंसक गई। बिजली का वोल्टेज अचानक तेज होने से बगल में ही कमलाकांत के घर में फ्रिज, एलईडी बल्ब व अन्य उपकरण फुंक गए। कुछ दूरी पर जयसिंह के घर की दीवार भी धंसक गई।

सरायअकिल के इछना गांव में दोपहर के समय वज्रपात की चपेट में आकर हरिश्चंद्र की एक भैंस की मौत हो गई। शुआट्स (सैम हिग्गिन बाटम कृषि प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय) के मौसम विज्ञानी प्रवीण चरन ने बताया कि प्रयागराज में करीब मिमी. वर्षा दो दिनों में हुई है। बताया कि ऐसी बारिश खेत के लिए सोना के समान है। खेतों में पानी सोख रहा है जिससे नमी ज्यादा दिनों तक बनी रहेगी। बताया कि 11 सितंबर तक मौसम ऐसे ही बने रहने के आसार हैं।

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