UP Weather Update: यूपी में झूम के हुई बरसात, राहत के साथ आई आफत; देखें PHOTOS
Weather Update Today UP पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक अगस्त तक कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। सावन में उमस भरी गर्मी से लखनऊ सहित कई जिले बेहाल हैं। प्रयागराज सोनभद्र मिर्जापुर चंदौली वाराणसी बरेली कुशीनगर महाराजगंज सिद्धार्थनगर में आज बादल मेहरबान रहेंगे। हालांकि लखनऊ में बुधवार को हुई बारिश ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया।
जागरण टीम, लखनऊ। महीने भर से वर्षा की मनौती मांग रहे लोगों की बुधवार को इंद्रदेव ने सुन ली। अब तक अछूते रहे कई जिलों में जमकर बरसात हुई इससे उमसभरी गर्मी झेल रहे आम लोगों और किसानों को तो राहत मिली, लेकिन नदियों का जलस्तर बढ़ने से जहां कई तटवर्ती क्षेत्रों में डूब का खतरा पैदा हो गया वहीं शहरी क्षेत्रों में जलभराव ने स्थानीय प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी।
बुधवार को ब्रज और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों को छोड़ पूरे प्रदेश में झूम के वर्षा हुई। कहीं हल्की तो कहीं मध्यम दर्जे की वर्षा दर्ज की गई। इस बार जून और जुलाई में सामान्य से कम ही वर्षा हुई है, लेकिन माहांत ने सावन सूखा जाने की आशंका घटा दी है। बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं ने पूर्वी एवं मध्य उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड और रुहेलखंड में दोपहर बाद जोरदार बारिश की।
कुछ ही देर की तेज वर्षा ने शहरी क्षेत्रों में कूड़े से पटी नालियों की पोल खोल दी। नालियां जाम होने से पानी घरों में भर गया। राजधानी लखनऊ में दो घंटे की जोरदार बारिश ने नगर निगम के इंतजामों को बेपर्दा कर दिया।
इसे भी पढ़ें-नौकरी का झांसा देकर सपा नेता ने नाबालिग से किया दुष्कर्म, नौकर भी शामिलविधानमंडल का मानसून सत्र चल रहा था और बाहर सड़क से पानी गेट के अंदर घुसने लगा जिसे लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने इंटरनेट मीडिया के एक्स प्लेटफार्म पर तस्वीरें पोस्ट कर चुटकी भी ले ली।
खुद नगर निगम मुख्यालय के बरामदों में भी पानी भर गया। ऐसी ही तस्वीर शहर के अन्य मुहल्लों में भी दिखी। हालांकि, वर्षा थमने के कुछ देर बाद ही जलनिकासी हो गई लेकिन दिन के समय घर से बाहर निकले लोग घंटों जाम में फंसे रहे।
कई जगह तो वाहन रेंग-रेंग कर निकले। यह स्थिति शाम के समय और गहरा गई जब लोग दफ्तरों से घर के लिए निकले। देर शाम तक जाम की समस्या बड़े शहरों में बनी रही।गंगा-सरयू का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती क्षेत्रों में चिंता वर्षा के साथ ही बिजनौर से 42 हजार क्यूसेक और नरौरा बांध से 92,759 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से कई जिलों में गंगा व रामगंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। बदायूं में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। फर्रुखाबाद में यह चेतावनी बिंदु पार गया।
वाराणसी में सभी प्रमुख घाटों का आपसी संपर्क पूरी तरह टूटने के साथ ही दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती स्थल और मणिकर्णिका घाट पर चिता स्थल और ऊपर कर दिया गया है।वहीं तेज बहाव के कारण छोटी नावों का संचालन रोक दिया गया है। आजमगढ़ में सरयू का जलस्तर खतरा बिंदु के करीब पहुंच गया है। बलिया के राजस्व गांव टिकुलिया में सरयू में कटान से सामुदायिक शौचालय बुधवार को नदी में समा गया।
यहां की करीब 300 की आबादी के 22 घर नदी में पहले ही समा चुके हैं। कटान की वजह से टिकुलिया गांव का अस्तित्व खत्म हो गया है। पूर्वांचल के बलिया, मऊ आदि जिलों में तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
मानसून की ट्रफ लाइन करीब आई तो होगी झमाझम वर्षामौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार मानसून की द्रोणिका (ट्रफ लाइन) मध्य प्रदेश से धीरे-धीरे उत्तर भारत की ओर खिसक रही है। द्रोणिका अभी जैसलमेर, गुना, ग्वालियर, सतना, जमशेदपुर, सागर द्वीप से होकर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इससे बादलों का बिखराव हो रहा है। यह अगर खिसककर उत्तर प्रदेश तक चली आए तो यहां जोरदार वर्षा का दौर शुरू हो जाएगा।
अभी बंगाल की खाड़ी से आ रही चक्रवाती हवा की वजह से वर्षा हो रही है इस सिस्टम में द्रोणिका का मेल होने का इंतजार है। द्रोणिका बादलों की ऐसी संरचना है जो मानसूनी बादलों को क्षेत्र विशेष में रोकने में सहायक होती है।इसे भी पढ़ें-श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की 780 लाख से बढ़ेगी भव्यता, मालवीय पुल लेगा मूर्तरूप
वज्रपात से चित्रकूट में सगे भाइयों व फर्रुखाबाद में महिला की मौत कई दिनों से उमसभरी गर्मी से जूझ रहे लोगों को बादलों ने राहत तो दिलाई लेकिन चित्रूकट दो सगे भाईयों महेंद्र व देवेंद्र के लिए काल बन गई। वज्रपात से दोनों की मौत हो गई जबकि उनके पिता की मौत हो गई।
फर्रुखाबाद में बिजली गिरने से छत पर नहा रही महिला फूलमती की मौत हो गई। वहीं, जौनपुर जिले में बुधवार सुबह वज्रपात की चपेट में आने से युवती मोनिका की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।