UPPCL ने लोगों के हित में लिया बड़ा फैसला, 250 मीटर तक के दायरे में बिजली कनेक्शन के लिए शुरू होगी ये नई व्यवस्था
UPPCL News उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन पोल से 250 मीटर तक की दूरी के लिए एस्टीमेट बनवाने के झंझट को खत्म कर रहा है। कारपोरेशन के अध्यक्ष का कहना है कि 40 मीटर से ज्यादा दूरी के कनेक्शनों के मामले में ऐसी शिकायतें मिल रही थी कि एस्टीमेट के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। प्रस्तावित व्यवस्था में किसी तरह के उत्पीड़न की कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अगर आपके परिसर के आसपास 250 मीटर के दायरे में कोई बिजली का पोल नहीं है तब भी आपको कनेक्शन के लिए अब भागदौड़ नहीं करनी होगी। पावर कारपोरेशन प्रबंधन पोल से 250 मीटर तक की दूरी के लिए एस्टीमेट बनवाने के झंझट को खत्म कर रहा है। ऐसे में घर बैठे ऑनलाइन आवेदन संग तय धनराशि जमा करने पर आपको कनेक्शन मिल जाएगा।
दरअसल, अभी पोल से 40 मीटर तक की दूरी के कनेक्शन के मामले मे ही एस्टीमेट बनवाने की आवश्यकता नहीं होती है। इसके लिए तय धनराशि जमा करने पर कनेक्शन मिल जाता है लेकिन 40 मीटर से दूर वाले कनेक्शन के लिए एस्टीमेट बनवाना पड़ता है। कई बार मनमाने तौर पर एस्टीमेट बनाकर कनेक्शन चाहने वाले का उत्पीड़न किया जाता है। ऐसे में अब कारपोरेशन प्रबंधन ने पोल से 250 मीटर तक की दूरी में 150 किलोवाट के कनेक्शन के लिए एस्टीमेट बनाने का झंझट ही खत्म करने का निर्णय़ किया है। इस संबंध में विद्युत नियामक आयोग को भेजे गए प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही बिजली कंपनियां उसे लागू कर देंगी।
प्रस्तावित व्यवस्था में 40 मीटर तक के दायरे में कनेक्शन चाहने वालों का खर्चा जरूर लगभग दो गुना तक बढ़ रहा है, लेकिन उससे अधिक दूरी के कनेक्शन के मामले में खर्चा घटेगा। मसलन, दो किलोवाट के 100 मीटर तक के घरेलू कनेक्शन के लिये अभी 21,422 रुपये जमा करने पड़ते हैं लेकिन प्रस्तावित व्यवस्था के लागू होने पर सिर्फ 2522 रुपये ही जमा करने होंगे। इसी तरह पांच से 10 किलोवाट के कनेक्शन के लिए लाइन चार्ज 39,157 से 2,08,657 के बजाय 14,957 से 24,957 रुपये ही देना होगा। ऐसे में 1,83,700 रुपये तक की बचत होगी।
एस्टीमेट के नाम पर हो रहा उत्पीड़न होगा बंद
कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल का कहना है कि 40 मीटर से ज्यादा दूरी के कनेक्शनों के मामले में ऐसी शिकायतें मिल रही थी कि एस्टीमेट के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। प्रस्तावित व्यवस्था में किसी तरह के उत्पीड़न की कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी।यह भी पढ़ें: UPPCL: यूपी में बिजली दरों में बदलाव की तैयारी, अब हर दो महीने में हो सकता है संशोधन
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