यूपी में बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त, 17 लोगों की मौत; सीएम योगी ने दिए राहत कार्य में तेजी के निर्देश
Lucknow Rain लखनऊ सहित आसपास के जिलों में रविवार रात से शुरू हुई बारिश सोमवार को भी कहर बरपाती रही। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रभावित जिलों में स्कूल-कालेज बंद कर दिए गए। विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति की स्थिति चरमरा गई। वज्रपात की घटनाएं भी हुई हैं। घर गिरने से जान-माल का नुकसान भी हुआ है। खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है।
जागरण टीम, लखनऊ : लखनऊ सहित आसपास के जिलों में रविवार रात से शुरू हुई बारिश सोमवार को भी कहर बरपाती रही। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रभावित जिलों में स्कूल-कालेज बंद कर दिए गए।
विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति की स्थिति चरमरा गई। वज्रपात की घटनाएं भी हुई हैं। घर गिरने से जान-माल का नुकसान भी हुआ है। खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है। रविवार रात से सोमवार देर रात तक 17 मौतों की सूचना है।
शासन को नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश
लखनऊ में चार, उन्नाव-हरदोई-बाराबंकी में तीन-तीन और कानपुर-कानपुर देहात-लखीमपुर-रामपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शासन को रिपोर्ट भेजने को कहा है।
रविवार रात के बाद तेज वर्षा और वज्रपात से लखनऊ वासी सहम गए। शहर के निचले क्षेत्रों व नगर निगम क्षेत्र में बसी अवैध कालोनियों में लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया। प्रमुख मार्गों में लगातार जलभराव है। वज्रपात से अंबेडकर पार्क स्थित हाथी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई। बारिश के दौरान करंट लगने, दीवार गिरने व वज्रपात से सर्वाधिक नुकसान राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में ही हुआ।
बिजली के खंभे की चपेट में आने से 12 वर्षीय बालक की मौत
लखनऊ के शक्तिनगर में 12 वर्षीय बालक की जलभराव के कारण बिजली के खंभे में करंट आने से मौत हो गई। निगोहां के मीरकनगर गांव में एक निजी स्कूल के चौकीदार रामतीर्थ (38) की पंखे में उतरे करंट की चपेट में आने से मौत हो गई।
इटौंजा के अर्जुनपुर गांव में 22 वर्ष के मोनू की तालाब में डूबकर मौत हो गई। रहीमाबाद में कच्ची दीवार गिरने से शांति देवी की मौत हो गई। बाराबंकी में भाई-बहन सहित तीन लोगों की मौत हो गई।
नगर कोतवाली के ग्राम जसमंडा निवासी आकाश कनौजिया के दो बच्चों छह वर्षीय सौरभ व नौ वर्षीय शिवी की रास्ते में एक मकान की कच्ची दीवार ढहने से उसके मलबे के नीचे दबकर मौत हो गई। वहीं शौच को निकले सूरतगंज ब्लाक के ग्राम गोडिय़नपुरवा के दुलारे निषाद के 16 वर्षीय पुत्र शिव कुमार की रविवार रात वज्रपात से मौत हो गई।
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हरदोई के बेहटागोकुल-टड़ियावां क्षेत्र में दीवार गिरने से मलबे में दबकर महिला समेत दो की मौत हो गई, एक की मौत दीवार गिरने से हुई। लखीमपुर के ईसानगर में दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई।
कानपुर के बिल्हौर में 35 वर्षीय दीपक उर्फ टिंकू, कानपुर देहात के रसूलाबाद में दुर्गेश, उन्नाव के हसनगंज में वृद्धा सुंदारा, पुरवा में 50 वर्षीय रामस्वरूप, आसीवन में 52 वर्षीय रामचंद्र की मौत हो गई। इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद, हमीरपुर, महोबा व जालौन में भी घर गिरने की घटनाएं हुईं, जिनमें कई लोग घायल हो गए।
उन्नाव में बिजली गिरने से पांच बंदरों व 127 भेड़ों की भी जान चली गई। शाहजहांपुर में रामगंगा नदी में पांच बैराज से 1.88 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे तिलहर, कलान तथा जलालाबाद के 350 गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने बाढ़ की संभावना देख हाई अलर्ट जारी किया है।
पीलीभीत में बनबसा बैराज से 1.44 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से शारदा नदी उफना रही। चंदिया हजारा और राहुलनगर में पानी भर गया है। बदायूं में गंगा का जलस्तर बढ़ा है मगर बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। रामपुर में छत गिरने से रफीक सैफी की मृत्यु हो गई।
राजधानी में इस वर्ष की सर्वाधिक बारिश
लखनऊ में रविवार की शाम 5:30 बजे से सोमवार की शाम 5:30 के बीच 109.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जो कि इस वर्ष की सबसे अधिक है। मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि मंगलवार से मध्य यूपी के चार जिलों के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में वर्षा की तीव्रता में कमी आएगी।
16 सितंबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों समेत तराई बेल्ट और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। सुल्तानपुर, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या और अंबेडकरनगर में मंगलवार को भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पूर्वी यूपी के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश के लिए अलर्ट है।
भारी वर्षा से फसलों पर विपरीत असर
मौसम विभाग की एडवाइजरी के अनुसार भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में धान, मूंगफली, गन्ना, अरहर, तिल, मूंग और मौसमी सब्जियों पर विपरीत असर पड़ा है। धान की खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है। वहीं, जलभराव से मक्का, गन्ना, मूंगफली और अरहर समेत अन्य फसलों के उत्पादन पर भी असर पड़ेगा। अमरूद, केला और आंवला जैसे फलों के लिए पट्टी और पूरे पौधे पर भारी बारिश का असर पड़ सकता है। इसके तहत आगे सिंचाई न करने की सलाह दी गई है।
मुख्यमंत्री ने दिए राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश के दृष्टिगत संबंधित जिलों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नजर रखें। आपदा से प्रभावित लोगों को अनुमन्य राहत राशि का अविलंब वितरण करें। जलभराव की स्थिति में जल निकासी के प्रभावी प्रबंध किए जाएं। नदियों के जलस्तर की लगातार निगरानी की जाए।
फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शासन को इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए ताकि प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जा सके
। मुख्यमंत्री ने उन्नाव में वज्रपात से हुई पशुहानि का संज्ञान लेते हुए प्रभावित पशुपालकों को अनुमन्य सहायता राशि प्रदान किये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि प्रति भेड़ चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता वितरित की जाए।