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नोएडा व दिल्ली में पांच ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी, निर्माण निगम के अधिकारी के पास मिली 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति

सतर्कता अधिष्ठान ने भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। आय से अधिक संपत्ति के दोषी उप्र राजकीय निर्माण निगम के अपर परियोजना प्रबंधक राजवीर सिंह के नोएडा और दिल्ली स्थित पांच ठिकानों पर छापेमारी की गई है। नोएडा के सेक्टर 105 स्थित आवास से लगभग 77 लाख रुपये के जेवर एक लाख रुपये नकद करोड़ों रुपये के म्यूचुअल फंड व अघोषित बैंक खातों की जानकारी भी मिली है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 23 Oct 2024 07:44 AM (IST)
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नोएडा व दिल्ली में पांच ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। आय से अधिक संपत्ति के दोषी उप्र राजकीय निर्माण निगम (यूपी आरएनएन) के अपर परियोजना प्रबंधक राजवीर सिंह के नोएडा के सेक्टर 105 स्थित आवास समेत पांच ठिकानों पर छापेमारी की गई है।

यूपी आरएनएन के दिल्ली स्थित महाप्रबंधक कार्यालय में तैनात राजवीर सिंह के नोएडा व दिल्ली स्थित ठिकानों पर देर रात तक छानबीन जारी थी। उनकी नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद व अलीगढ़ में 50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां सामने आ चुकी हैं।

77 लाख रुपये के जेवर बरामद

नोएडा के सेक्टर 105 में सी-44 स्थित आवास से लगभग 77 लाख रुपये के जेवर, एक लाख रुपये नकद, करोड़ों रुपये के म्युचुअल फंड, बीमा पालिसी, डीमैट अकाउंट, निवेश से जुड़े कई अन्य दस्तावेज व अघोषित बैंक खातों की जानकारी भी मिली है।

सिंह मूलरूप से अलीगढ़ के निवासी हैं। उन्होंने अलीगढ़ में आठ प्लाट खरीद रखे थे। गाजियाबाद में दो एकड़ कृषि भूमि भी है। बरामद दस्तावेजों के आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है। अब तक सामने आई संपत्ति की कीमत 50 करोड़ रुपये से अधिक है।

आय से अधिक कई गुना संपत्ति आई सामने

शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने लखनऊ में तैनात रहे अपर परियोजना प्रबंधक राजवीर सिंह के विरुद्ध खुली जांच की थी, जिसमें उनकी आय से कई गुणा अधिक संपत्ति सामने आई थी। विजिलेंस ने बीते दिनों राजवीर सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरु की है।

विजिलेंस लखनऊ व मेरठ सेक्टर के एसपी के निर्देशन में पांच टीमों ने नोएडा व दिल्ली के ठिकानों पर मंगलवार सुबह छापेमारी की। छापेमारी के दौरान राजवीर सिंह का दिल्ली स्थित व्यवसायिक कांप्लेक्स सामने आया, जिसकी जमीन की कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये है।

पांच मंजिला भवन व बुकिंग आफिस अधूरा बना है, जिसके निर्माण में लगी लागत का मूल्यांकन किया जा रहा है। नोएडा में 300 वर्गमीटर जमीन पर बने आवास की कीमत लगभग साढ़े सात करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसमें कीमती साज-सज्जा भी शामिल है। नोएडा में व्यवसायिक क्षेत्र में 435 वर्गमीटर जमीन में बना कांप्लेक्स भी है, जिसकी कीमत लगभग छह करोड़ रुपये है।

कांप्लेक्स में राजवीर सिंह व उनकी पत्नी के नाम रजिस्टर्ड कंपनी का बोर्ड लगा है। परिसर में 20 लाख रुपये की मशीनें भी मिलीं। नोएडा में ही राजवीर सिंह व उनकी पत्नी के नाम 200-200 वर्गमीटर में बने दो बहुमंजिला भवन भी हैं, जिनमें 16-16 कमरों के पीजी हास्टल किराये पर संचालित होते हैं। दोनों भवनों की कीमत लगभग आठ करोड़ रुपये आंकी गई है।

अन्य विभागों के पांच अधिकारी भी रहे साथ

विजिलेंस की टीमों में 40 से अधिक अधिकारी व कर्मी शामिल थे। छापेमारी के दौरान विजिलेंस टीमों के साथ अलग-अलग विभागों के पांच अधिकारी स्वतंत्र साक्षी के रूप में शामिल रहे। गौतमबुद्धनगर पुलिस के चार उपनिरीक्षक व 16 सिपाही भी मुस्तैद रहे।

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