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Virendra Thakur Murder Case: हिस्ट्रीशीटर के हत्या मामले में मुख्यारोपी ने उगले राज, पहली पत्नी ने की थी रेकी

कैंट के निलमथा में बिहार के हिस्ट्रीशीटर व रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और वैन शुक्रवार को पुलिस ने चारबाग लोको शेड के पीछे से बरामद कर ली। वारदात के बाद मुख्य हत्यारोपित फिरदौस ने पिस्टल वैन की सीट के नीचे छिपाकर रख दी थी।

By Saurabh ShuklaEdited By: Shivam YadavPublished: Sat, 24 Dec 2022 07:51 PM (IST)Updated: Sat, 24 Dec 2022 07:51 PM (IST)
हिस्ट्रीशीटर की हत्या कर कार की सीट के नीचे छुपा दी थी पिस्टल

लखनऊ, जागरण संवाददाता: कैंट के निलमथा में बिहार के हिस्ट्रीशीटर व रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और वैन शुक्रवार को पुलिस ने चारबाग लोको शेड के पीछे से बरामद कर ली। वारदात के बाद मुख्य हत्यारोपित फिरदौस ने पिस्टल, वैन की सीट के नीचे छिपाकर रख दी थी। सुबह 10 बजे जब पुलिस ने फिरदौस को रिमांड पर लिया तो उसने पूछताछ के दौरान यह जानकारी दी। 

इसके बाद पुलिस उसे लेकर लोको शेड के पास पहुंची और बरामदगी की। आसपास तमाम अन्य वाहन भी खड़े थें। इसी वैन से वह शूटर लेकर वीरेंद्र की हत्या के लिए बिहार के चंपारण से आया था। वैन में जो नंबर प्लेट मिली है, उस पर फर्जी नंबर पड़ा था। 

प्रियंका और तौहीद की तलाश जारी

डीसीपी पूर्वी हृदयेश कुमार ने बताया कि मामले में फरार चल रही वीरेंद्र की पहली पत्नी प्रियंका और तौहीद की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। प्रियंका ने ही वीरेंद्र की रेकी की थी। मामले में अबतक तीन बदमाश कासिफ, फैसल, मुन्ना और बिट्टू जायसवाल को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। 

हत्या के लिए बिहार से लाए थे असलहे

एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि आरोपी फिरदौस और गिरोह के अन्य शूटर बिहार से वैन में असलहे लेकर आए ते। दो रिवाल्वर और दो पिस्टल बिहार से हत्या के लिए आयी थीं। वारदात से पहले शूटर पथ स्थित होटल में रुके थे। एक दिन पहले शूटरों ने पूरा रोड मैप तैयार किया था। 

फिरदौस से पूछताछ में पता चला है कि दो माह पहले प्रियंका के नेपाल जाने की जानकारी मिली थी। इसके बाद से उसकी कोई बात भी नहीं हुई है। तौहीद के बारे में भी वह जानकारी नहीं दे सका।

15 दिसंबर को किया था सरेंडर

इंस्पेक्टर कैंट राजकुमार ने बताया कि बीते 15 दिसंबर को फिरदौस ने गुडंबा में दर्ज दर्ज आर्म्स एक्ट के पुराने मामले में सरेंडर किया था। फिरदौस यहां इंटिग्रल विश्वविद्यालय से पढ़ा भी हुआ था। उसके खिलाफ उसी दौरान गुडंबा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। पूछताछ में कई अन्य अहम जानकारियां मिली हैं। उन पर काम किया जा रहा है। सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक सात घंटे की रिमांड मिली थी। शाम को फिरदौस को जेल में दाखिल करा दिया गया।


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