Weather Update: पूर्वांचल यूपी में हल्की से मध्यम बारिश के आसार, आगरा में सुबह बरसात ने भिगोया
UP Weather News बीएचयू में जीओ फिजिक्स के पूर्व प्रोफेसर और वरिष्ठ मौसम विज्ञानी सुरेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से नम हवाएं आ रही हैं इसके कारण हल्की बारिश होने की संभावना बन रही है। हालांकि अगले पांच दिनों तक वज्रपात के साथ बारिश होने का अनुमान है। बनारस गोरखपुर बरेली में आज बारिश से मौसम खुशनुमा रह सकता है।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। आगरा में मानसून ने रफ्तार फिर से पकड़ी है। दो दिन तेज धूप के बाद मंगलवार रात को बारिश से मौसम सुहाना हो गया। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में आज हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गोरखपुर में बुधवार को छिटपुट बादल छाए रहेंगे। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी से लेकर हल्की वर्षा हो सकती है। देवरिया और बस्ती में भी बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर वर्षा होने का पूर्वानुमान है।
बरेली मे आज का मौसम
बरेली में बुधवार को मौसम साफ होने का अनुमान है। आज का तापमान 33.8 डिग्री सेलिस्यस और 26.0 रहने का अनुमान है।
मेरठ में आज धूप के बीच बारिश के आसार
जिले में मौसम बादलों के बीच बारिश के आसार, धूप खिलेगी। इसके अलावा आर्द्रता 81 प्रतिशत रहेगी। उमस से परेशानी हो सकती है।
वाराणसी का मौसम
कई दिनों से मौसम में चल रहे बदलाव के बीच मंगलवार को सुबह से बारिश होने लगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग के बाबतपुर कार्यालय ने सुबह छह से शाम साढ़े आठ बजे तक करीब 2.3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड किया है। विज्ञानियों ने अगले पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 3.6 डिग्री कम रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.4 डिग्री कम था। मौसम खुशगवार रहा, लोगों को गर्मी से राहत मिल गई। हालांकि शहर के कई हिस्सों में जलजमाव भी रहा, लोगों को आवागमन में समस्या रही।
नदी के कटान से परेशानी
बिसवां-महमूदाबाद के बीच सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे रुसहन पुल के पास शारदा सहायक नहर की उत्तरी पटरी करीब 50 मीटर कट गई। लाखों क्यूसेक पानी 10 किलोमीटर क्षेत्रफल तक फैल गया। घटना से करीब 20 हजार आबादी प्रभावित है। लोधौरा, मरखापुर, भिनैनी, सद्दूपुर, रुसहन सहित करीब 12 गांव तो पूरी तरह पानी से घिर गए। यही नहीं, 50 गांव सीधे प्रभावित हुए हैं और 50 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। ग्रामीण, अधिकारी और मंत्री ने भी नहर कटने की वजह साही जीव द्वारा सुरंग बनाना बताया है।
पहले तहसील प्रशासन ने रेस्क्यू कर ट्रैक्टर-ट्राली से फिर एसडीआरएफ टीम व स्थानीय लोगों ने 1,500 ग्रामीणों को निकाल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। प्रभावित ग्रामीणों को प्राथमिक विद्यालय मनिकापुर, त्रिलोकपुर, बीएलएसडी इंटर कालेज रमुआपुर व एमएसडी शिक्षण संस्थान सरैंया चलाकापुर में रोका गया है। वहीं, जिला प्रशासन, नहर व सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने शारदा बैराज से नहर में पानी छोड़ना बंद करवाया और एडीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया।