कठिन पासवर्ड रखने से प्रोफाइल हैक होने का खतरा कम; जानें- साइबर विशेषज्ञ की सलाह
दैनिक जागरण और यूनिसेफ की ओर से सुरक्षित इंटरनेट दिवस 2022 के अवसर पर वर्चुअल बैठक की गई। इस अवसर पर साइबर विशेषज्ञ रक्षित टंडन ने हर आयु वर्ग के लोगों को अहम जानकारियां दी। कोरोना आने के बाद से बच्चे इंटरनेट का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं।
By Vikas MishraEdited By: Updated: Wed, 09 Feb 2022 07:46 PM (IST)
लखनऊ, जागरण संवाददाता। कोरोना आने के बाद से बच्चे इंटरनेट का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं। आनलाइन पढ़ाई के कारण अभिभावक भी मजबूर हैं और बच्चों को इंटरनेट, मोबाइल फोन व लैपटाप मुहैया करा रहे हैं। हालांकि, अभिभावक बच्चों को सुरक्षित इंटरनेट का इस्तेमाल करना नहीं बता रहे हैं। हर व्यक्ति को यह समझना पड़ेगा कि इंटरनेट मीडिया पर छोटी सी चूक बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है।
दैनिक जागरण और यूनिसेफ की ओर से सुरक्षित इंटरनेट दिवस 2022 के अवसर पर वर्चुअल बैठक की गई। इस अवसर पर साइबर विशेषज्ञ रक्षित टंडन ने हर आयु वर्ग के लोगों को अहम जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि आज के दिन का मतलब इंटरनेट पर खुशनुमा माहौल बनाया जाए। बच्चे अपने उम्र के मुताबिक जिस गेम को खेलने की अनुमित हो वही खेलें। अभिभावकों को भी इसपर ध्यान देना होगा। इंटरनेट मीडिया पर सेफ्टी बेहद जरुरी है। सोशल साइट पर प्राइवेसी का विशेष ख्याल रखें। खासकर फोटो अपलोड करते समय। अंजान नंबर से आने वाले वीडियो काल को कभी न उठाएं। अगर कोई अंजान व्यक्ति आपको बेवजह तंग कर रहा है तो उसे ब्लाक कर उसकी रिपोर्ट करें।
रक्षित टंडन ने कहा कि हमेशा यूआरएल देखकर ही क्लिक करें। वेबसाइट के बारे में पता करना हो तो www.safeweb.norton.com पर जाकर उसकी वास्तविकता चेक कर लें। वहीं, किसी भी लिंक की वास्तविकता जाननी हो तो virustotal.com पर जाकर जानकारी ली जा सकती है। इससे आप अपने सिस्टम को हैकिंग या वायरस के हमले से बचा सकते हैं। ठगी होने पर आप www.cybercrime.gov.in पर तुरंत शिकायत करें। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने साइबर विशेषज्ञ से खूब सवाल पूछे और अपनी जिज्ञासा शांत की। रक्षित टंडन साइबर के मामलों में यूपी पुलिस को भी सलाह देते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
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- पैरेंट वेबसाइट से ही नंबर प्राप्त करें।
- अंजान व्यक्ति के क्यूआर कोड भेजने पर उसे स्कैन न करें।
- यूट्यूब पर रिस्ट्रीक्टेड मोड आन रखें।
- ठगी होने पर तत्काल 155260 पर फोन करें।
- पासवर्ड कभी भी सामान्य न रखें।
- टू स्टेप वेरिफिकेशन कर के रखें।
- किसी भी एप को लोकेशन, माइक्रोफोन और कैमरे का परमिशन न दें।