UP: क्या लोकसभा चुनाव 2024 से पहले I.N.D.I.A में पड़ जाएगी दरार, कांग्रेस व सपा में शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप
I.N.D.I.A vs NDA लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को सत्ता से बाहर करने की जद्दोजहद के बीच विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए और उसके सहयोगी दलों के बीच में मनमुटाव साफ नजर आने लगा है। बागेश्वर में हुए उपचुनाव के बाद सपा के उत्तराखंड प्रभारी राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने मदद नहीं मांगी। अगर कांग्रेस मदद मांगती तो सपा अपने प्रत्याशी का नामांकन वापस ले लेती।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। मऊ की घोसी विधानसभा सीट के उपचुनाव के बाद विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के सहयोगियों कांग्रेस व सपा के बीच मतभेद उभरने लगे हैं। कांग्रेस ने उत्तराखंड के बागेश्वर उपचुनाव में सपा द्वारा प्रत्याशी उतारकर हराने का आरोप लगाया। कांग्रेस के आरोप पर अब सपा ने पलटवार किया है। सपा के मुख्य प्रवक्ता व उत्तराखंड प्रभारी राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि पहले कांग्रेस ने उत्तराखंड में सपा को कोई भाव नहीं दिया, उन्हें लगा यहां इनके साथ की कोई जरूरत नहीं है। अब जब चुनाव हार गए तो हमें उलाहना दे रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार को मऊ में एक कार्यक्रम के दौरान घोसी उपचुनाव में सपा की जीत में कांग्रेस का बड़ा योगदान बताया था। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड के बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस की हार का ठीकरा सपा पर फोड़ा था। उन्होंने यह भी कहा था कि सपा ने बागेश्वर में प्रत्याशी उतारकर कांग्रेस को हराने का काम किया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की कथनी व करनी में अंतर भी बताया था।
कांग्रेस के इन आरोपों पर गुरुवार को राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीतिक शिष्टाचार तक नहीं निभाया। कहा, कांग्रेस ने बागेश्वर उपचुनाव में हमसे मदद ही नहीं मांगी थी। हमने राजनीतिक शिष्टाचार निभाते हुए पत्र लिखकर कांग्रेस से घोसी उपचुनाव में मदद मांगी थी। मैं खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पास समर्थन मांगने के लिए पार्टी की चिट्ठी लेकर गया था, किंतु इन्होंने बागेश्वर के लिए हमसे कोई संपर्क नहीं किया था। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को सरासर गलत बताते हुए कहा, एक बार भी बागेश्वर उपचुनाव में हमसे मदद मांगी होती तो राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बड़ा दिल दिखाते हुए अपने प्रत्याशी का नामांकन तक वापस करवा लेते।
इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप आइएनडीआइए गठबंधन पर असर नहीं डालेंगे ? इस प्रश्न पर राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि यह स्थानीय चुनाव था, इसका लोकसभा चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। आइएनडीआइए गठबंधन 2024 में पूरी मजबूती से चुनाव लड़कर भाजपा को हराएगा। गौरतलब है कि जिस बागेश्वर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस व सपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं उसमें कांग्रेस के बसंत कुमार भाजपा की पार्वती दास से 2405 मतों के अंतर से चुनाव हार गए हैं। यहां पर सपा प्रत्याशी भगवती प्रसाद को मात्र 637 वोट मिले हैं।