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पोलैंड की युवती से छेड़छाड़ में फंसे याहू बाबा, भाई बोला-अध्यात्म की खोज में हुए मठ की राजनीति के शिकार

बहराइच के मिहींपुरवा स्थित आवास पर पसरा सन्नाटा एक माह पूर्व घर आया था शौर्यवर्धन। 38 वर्षीय याहू बाबा ने लगभग दो वर्ष पूर्व अपनी संस्था अन्नत्ता (लुप्त हो जाना) संघा नामक संगठन बनाया और आश्रम की स्थापना की।

By Anurag GuptaEdited By: Updated: Fri, 06 Aug 2021 11:01 AM (IST)
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भाई ने कहा, आध्यात्म की खोज में मठ की राजनीति का शिकार बना भाई।
बहराइच, [मुकेश पांडेय]। आध्यात्मिक शांंति की तलाश में पोलैंड से ऋषिकेश आई युवती से अश्लील हरकत का दाग याहू बाबा उर्फ शौर्यवर्धन पांडेय पर लगने से जानने वाले स्तब्ध हैं। उनके पैत्रिक आवास कुड़वा ग्राम पंचायत के मजरा पांडेयपुरवा में सन्नाटा पसरा है। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा कि आध्यात्म की खोज में निकला शादीशुदा और दो बच्चियों का पिता शौर्यवर्धन ऐसी हरकत कर सकता है। लखनऊ विश्वविद्यालय से बीएससी एवं योग की शिक्षा प्राप्त करने वाले शौर्यवर्धन अभी एक माह पहले पत्नी की तबीयत खराब होने की सूचना पर अपने पैत्रिक आवास आए थे और चंद दिन रुककर पत्नी, दोनों बेटियों एवं भाई के पूरे परिवार से मिलकर गए थे।

बचपन से अध्यात्म में रुचि रखने वाले शौर्यवर्धन का विवाह भी 2005 में लखीमपुर जिले के धौरहरा गांव में हुआ था। वह चार भाइयों सोमवर्धन, हर्षवर्धन, जयवर्धन में दूसरे नंबर पर हैं। करोड़ों की संपत्ति के स्वामी पांडेय परिवार का जिले में काफी सम्मान है। मिहींपुरवा के संभ्रांत परिवार के सदस्य शौर्यवर्धन के याहू बाबा बनने की कहानी कोई ज्यादा पुरानी नहीं है। शादी के कुछ समय बाद घर-बार छोड़कर आध्यात्म की ओर झुके। पहले ऋषिकेश में ठिकाना बनाया। इधर, कुछ समय से हिमाचल प्रदेश में रहने लगे थे। 38 वर्षीय याहू बाबा ने लगभग दो वर्ष पूर्व अपनी संस्था अन्नत्ता (लुप्त हो जाना) संघा नामक संगठन बनाया और आश्रम की स्थापना की। इसके बावजूद घर आना-जाना कम हुआ पर खत्म नहीं। हर छह माह बाद घर आते थे।

बड़े भाई सोमवर्धन पांडेय ने कहा कि इस तरह की बात सुनकर विश्वास भी नहीं होता। उनका भाई हमेशा शांत रहता था और अपने में मगन रहता था। कभी इस तरह का सामाजिक अपयश नहीं झेलना पड़ा। वह कहते हैं कि उनका भाई मठ की राजनीति का शिकार बन गया है। सही ढंग से जांच हुई तो आरोप फर्जी साबित होंगे।

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