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Yogi Sarkar 2.0: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिले योगी आदित्‍यनाथ, पेश किया सरकार बनाने का दावा

Yogi Sarkar 2.0 भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद विधायक दल का नेता योगी आदित्यनाथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Thu, 24 Mar 2022 09:40 PM (IST)
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिले योगी आदित्‍यनाथ।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड जीत के बाद गुरुवार को योगी आदित्‍यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। इसके साथ वह लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे।

केंद्रीय पर्यवेक्षक व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सह-पर्यवेक्षक व झारखंड के पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास ने इस बात का ऐलान किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता बनाने का प्रस्ताव रखा, जबकि इसका अनुमोदन सूर्य प्रातप शाही ने किया। इसके बाद सर्वसम्मति से योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना गया।

भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद विधायक दल के नेता योगी आदित्यनाथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। देर शाम योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की। सरकार बनाने का दावा पेश करने पर राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया। राज्यपाल ने उनसे यह भी अनुरोध किया है कि अपने प्रस्तावित मंत्रिमंडल के सहयोगियों को शपथ दिलाने के लिए उनकी सूची भी प्रस्तुत की जाए, ताकि उन्हें भी शपथ दिलाई जा सके।

— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 24, 2022

इससे पहले सह-पर्यवेक्षक रघुवर दास के साथ भाजपा और गठबंधन सहयोगी दलों के नेता राजभवन पहुंचे। सरकार बनाने के लिए अपना दल (एस) और निषाद पार्टी संग समर्थन पत्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंपा।

उनके साथ प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा, सुरेश खन्ना, आशीष पटेल और डा. संजय निषाद भी थे। पत्र के माध्यम से राज्यपाल को बताया गया कि योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के रूप में एवं उनके मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के लिए निर्देश जारी किए जाएं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर लड़ा गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार चुनावी मंचों से 'आएंगे तो योगी ही' और 'योगी ही उपयोगी' जैसा नारा देकर स्पष्ट संदेश दे चुके थे कि भाजपा दोबारा सरकार बनाती है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही होंगे।

संगठन की शक्ति और अमित शाह की रणनीति के साथ मोदी-योगी की जोड़ी ने विपक्षी मंसूबों को ढेर कर अकेले 255 व गठबंधन सहयोगियों के साथ 273 सीटें जीत लीं। ऐसा प्रदेश की राजनीति में 37 वर्ष बाद हो रहा है कि पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद किसी दल की सरकार फिर पूर्ण बहुमत के साथ बन रही है।

योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को राजधानी के शहीद पथ स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

योगी आदित्यनाथ के साथ कई अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। समारोह में कई केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी, साधु-संत, विभिन्न क्षेत्रों के गण्यमान्यजन शामिल होंगे। देशभर के प्रमुख विपक्षी नेताओं को भी न्योता भेजा गया है।

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