भ्रष्टाचार पर तीखे हुए योगी सरकार के तेवर, आरोपितों पर शुरू हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई
शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों के कार्यकाल में हुईं कई भर्तियों और योजनाओं की जांच शुरू कराई और अब कार्रवाई दिखने लगी है।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Mon, 03 Jun 2019 12:07 AM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। भ्रष्टाचार पर योगी सरकार के तेवर तीखे हो गए हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले 'न गुंडाराज, न भ्रष्टाचार-अबकी बार भाजपा सरकार' नारा गूंजा था। जनता ने इस नारे को पसंद करते हुए उत्तर प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों के कार्यकाल में हुईं कई भर्तियों और योजनाओं की जांच शुरू कराई और अब कार्रवाई दिखने लगी है।
इसी क्रम में रविवार को पशुधन प्रसार अधिकारी भर्ती घोटाले में पशुपालन विभाग के निदेशक समेत छह बड़े अफसर निलंबित किये गए हैं। इससे पहले सपा सरकार में ही हुई चकबंदी लेखपालों की भर्ती में अपर संचालक चकबंदी सुरेश सिंह यादव को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद हुई। पिछले वर्ष कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. प्रभात कुमार की उच्चस्तरीय जांच में लेखपाल भर्ती के फर्जीवाड़े का राजफाश हुआ था।प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी मिलने पर सरकार ने चकबंदी आयुक्त शारदा सिंह और तत्कालीन अपर संचालक चकबंदी (प्रा.) सुरेश सिंह यादव को निलंबित कर दिया था। मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद ही उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक में सहायक प्रबंधकों की भर्ती में एमडी रविकांत सिंह निलंबित किये गये। जांच प्रक्रिया पूरी होने बाद सहायक प्रबंधकों की बर्खास्तगी का निर्देश भी जारी किया गया। बैंक के बोर्ड ने गत दिवस एक माह का वेतन देकर सहायक प्रबंधकों की नियुक्ति निरस्त कर दी। यह भर्ती पिछली सरकार में हुई थी। इस तरह ताबड़तोड़ हो रही कार्रवाई का साफ संकेत है कि सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र पर अमल करते हुए अभी से 2022 की तैयारी में जुट गई है।
सपा सरकार के पाप को साफ करने के लिए चल रहा अभियान : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ट्वीट किया 'कानूनी कार्रवाई द्वारा सपा सरकार के पाप को साफ करने के लिए सफाई अभियान चल रहा है। प्रदेश में माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक शिक्षा की या कोई भी प्रतियोगी परीक्षा हो, पारदर्शिता और पूरी ईमानदारी दिखनी चाहिए। मैंने सभी आयोगों के अध्यक्षों को बुलाकर स्पष्ट किया है कि किसी भी युवा को नियुक्ति में धांधली के चलते परेशान न होना पड़े।'कानूनी कार्रवाई द्वारा समाजवादी सरकार के पाप के पचड़े को साफ करने के लिए सफाई अभियान चल रहा है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 2, 2019
जो भी हमारे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कुत्सित चेष्टा करेगा, जो भी दोषी होगा,कितना ही बड़ा क्यों न हो इन सबकी जगह जेल होगी।
यह पूरे प्रदेश की जनता को मैं आश्वस्त करता हूँ।
युवाओं के हक पर कोई डकैती नहीं डाल पाएगामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि उप्र लोकसेवा आयोग में धांधलेबाजी समाजवादी पार्टी का पाप है। इस कचरे की सफाई करने के लिए कानूनी कार्रवाई के जरिये अभियान चल रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार में युवाओं के साथ नाइंसाफी नहीं होगी। एक समाचार एजेंसी को दिए गये साक्षात्कार में योगी ने कहा कि मैंने सभी आयोगों के अध्यक्षों को बुलाकर स्पष्ट किया है कि किसी भी युवा को नियुक्ति में धांधली के चलते परेशान न होना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक शिक्षा की या कोई भी प्रतियोगी परीक्षा हो, पारदर्शिता और पूरी ईमानदारी दिखनी चाहिए। प्रदेश के युवाओं और आमजन को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि उनके हक पर कोई डकैती नहीं डाल पाएगा।
लोकसेवा आयोग में धांधलेबाजी हो रही थीयोगी ने कहा कि यह हमारा पहले का संकल्प है और मैं फिर कहता हूं कि जो भी युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा, उसके साथ सख्ती से निपटेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो दोषी होगा वह चाहे जितना भी बड़ा क्यों न हो, उन सबकी जगह जेल होगी। लोकसेवा आयोग में धांधलेबाजी हो रही थी। एलटी ग्रेड की परीक्षा में एक दागी फर्म को पेपर छापने के लिए देने, परीक्षा नियंत्रक और दागी फर्म के संबंध और उसके बीच में लेनदेन की जो शिकायतें मिली थी, उसकी जांच के बाद जो तथ्य सामने आए उसके आधार पर कार्रवाई हुई है। प्रेस के मालिक और परीक्षा नियंत्रक को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने पिछली सरकारों के 15 वर्ष के कार्यकाल में भ्रष्टाचार और ट्रांसफर-पोस्टिंग में बेईमानी का भी जिक्र किया।ये भी पढ़ें...पशुपालन विभाग में भर्ती घोटाला के मामले में बड़ी कार्रवाई, निदेशक समेत छह बड़े अफसर निलंबितलोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
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