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योगी सरकार ने सुनी पुकार! जमरार बांध से जामनी नदी में छोड़ा पानी, टीकमगढ़ के डेढ़ लाख निवासियों को राहत

UP News - पेयजल के गंभीर संकट से जूझ रहे बुंदेलखंड के टीकमगढ़ के निवासियों को उस समय राहत मिल गई जब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उनकी गुहार सुनकर एक्शन लिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने जमरार बांध से जामनी नदी में 0.72 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) में छुड़वा दिया है जो बरीघाट के कैचमेंट एरिया में पहुंच चुका है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 13 Jun 2024 08:50 PM (IST)
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योगी सरकार ने सुनी पुकार! जमरार बांध से जामनी नदी में छोड़ा पानी।
जागरण न्यूज नेटवर्क, टीकमगढ़। पेयजल के गंभीर संकट से जूझ रहे बुंदेलखंड के टीकमगढ़ के निवासियों को उस समय राहत मिल गई, जब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उनकी गुहार सुनकर एक्शन लिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने जमरार बांध से जामनी नदी में 0.72 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) में छुड़वा दिया है, जो बरीघाट के कैचमेंट एरिया में पहुंच चुका है। यहां फिल्टर के बाद जल्द ही टीकमगढ़ की डेढ़ लाख आबादी को पेयजल की सप्लाई की जाएगी।

उम्मीद है कि रोजाना पेयजल की सप्लाई नलों के माध्यम से की जाएगी। पानी छोड़े जाने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का इंटरनेट मीडिया के माध्यम से आभार भी जताया।

शहर में नहीं था पेयजल सप्लाई के लिए पानी

बता दें कि  नईदुनिया ने इस मामले को लेकर लगातार समाचार प्रकाशित किए और प्रमुखता से टीकमगढ़ में पेयजल संकट के मामले को उठाया गया। शहर में पेयजल सप्लाई के लिए जामनी नदी में बरीघाट पर फिल्टर प्लांट स्थापित किया गया है, जहां जलस्तर घटने के बाद शहर में पेयजल सप्लाई के लिए पानी नहीं था। ऐसी स्थिति में 17 मई से नगर पालिका परिषद टीकमगढ़ के माध्यम से पत्राचार शुरू हुआ और उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में स्थित जमरार बांध से पानी नदी में छोड़े जाने की मांग तेज हुई।

देर रात मिली स्वीकृति

सीएमओ, कलेक्टर अवधेश शर्मा के माध्यम से फाइल ललितपुर के कलेक्टर के समक्ष पहुंची, लेकिन वहां से जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव के बीच मामला अटक गया। 

ऐसे में दोनों प्रदेशों के प्रमुख सचिव की बात हुई, तो फाइल उत्तर प्रदेश के सीएम कार्यालय पहुंच गई, जहां पर फाइल पर बुधवार की देर रात स्वीकृति मिल गई और रात 10.40 बजे जमरार बांध से पानी टीकमगढ़ की प्यास बुझाने के लिए छोड़ा गया।

टैंकरों के माध्यम से हो रही थी सप्लाई

मानसून के आने तक के लिए टीकमगढ़ में पीने के लिए पानी नहीं था। ऐसे में, नगर पालिका परिषद दो टैंकरों के माध्यम से शहर में पानी सप्लाई कर रही थी, जो 27 वार्डों के लिए ऊंट के मुंह में जीरा समान साबित हो रहा था। 

ऐसे में पानी के टैंकर के पहुंचने पर क्षेत्र में विवाद होता था। सीएमओ गीता मांझी ने बताया कि गुरुवार को शाम करीब 7 बजे बरीघाट डैम के समीप पानी पहुंचा है। अब शहर में फिल्टर करने के बाद नियमित रूप से पानी की सप्लाई नलों के माध्यम से की जाएगी।

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