योगी सरकार देने जा रही है बड़ी सौगात- सरकारी मेडिकल कॉलेजों को मिलने जा रहे इतने असिस्टेंट प्रोफेसर
Medical Examination नीट-पीजी 2019 बैच के ये विद्यार्थी अनिवार्य शासकीय सेवा बांड के अंतर्गत दो वर्ष अपनी सेवाएं सरकारी मेडिकल कालेजों में देंगे। यदि बांड की शर्तों का पालन नहीं करेंगे तो इन्हें पीजी के अलग-अलग कोर्स में 40 लाख से एक करोड़ रुपये तक भरने पड़ेंगे।शुक्रवार को संजय गांधी पीजीआइ में इसके लिए काउंसिलिंग शुरू हो गई है जो नौ अक्टूबर को पूरी होगी।
By Jagran NewsEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Fri, 06 Oct 2023 09:54 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के सरकारी मेडिकल कालेजों को जल्द 327 नए असिस्टेंट प्रोफेसर मिलेंगे। एमडी व एमएस की अंतिम वर्ष की परीक्षा पास कर जिन्होंने एक वर्ष सीनियर रेजिडेंट के रूप में कार्य किया है, उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर रखा जाएगा।
नहीं किया पालन तो देने होंगे 1 करोड़
नीट-पीजी 2019 बैच के ये विद्यार्थी अनिवार्य शासकीय सेवा बांड के अंतर्गत दो वर्ष अपनी सेवाएं सरकारी मेडिकल कालेजों में देंगे। यदि बांड की शर्तों का पालन नहीं करेंगे तो इन्हें पीजी के अलग-अलग कोर्स में 40 लाख से एक करोड़ रुपये तक भरने पड़ेंगे।शुक्रवार को संजय गांधी पीजीआइ में इसके लिए काउंसिलिंग शुरू हो गई है, जो नौ अक्टूबर को पूरी होगी।
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नए असिस्टेंट प्रोफेसर मिलने से मेडिकल कालेजों को बड़ी राहत मिलेगी। मरीजों का और बेहतर उपचार की सुविधा मिलेगी। असिस्टेंट प्रोफेसर के 327 पदों में से अनारक्षित श्रेणी के 85, ओबीसी के 104, एससी के 112, एसटी के दो और आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी की 24 पद खाली चल रहे हैं।
बाल रोग, चर्म रोग और नेत्र रोग इत्यादि विभागों में भर्ती की जाएगी। एमडी और एमएस कोर्स के लिए 40 लाख रुपये का बांड और डीएम और एमसीएच कोर्स के लिए एक करोड़ का बांड भरवाया जाता है। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह की ओर से भर्ती के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।