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Ziaul Haq Murder Case: सीओ जियाउल हक हत्याकांड मामले में दोषियों को आज सुनाई जाएगी सजा, कोर्ट में बढ़ाई गई सुरक्षा

सीओ जियाउल हक के हत्याकांड मामले में दोषियों पर आज सजा तय होगी। बुधवार को होने वाली सजा को लेकर कचहरी परिसर में सुरक्षा बढ़ाई गई है। न्यायालय ने सभी दस आरोपियों को दोषी ठहराते हुए न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए जेल भेजने का आदेश दिया था। कोर्ट ने सभी आरोपियो को नौ अक्टूबर को सजा सुनाने के लिए जेल से तलब किया था।

By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Updated: Wed, 09 Oct 2024 01:47 PM (IST)
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सीओ जियाउल हक हत्याकांड मामले में दोषियों पर आज तय होगी सजा।- फाइल फोटो

विधि संवाददाता, लखनऊ। प्रतापगढ़ के कुंडा में सीओ जियाउल हक के हत्याकांड मामले में दोषियों पर आज सजा तय होगी। बुधवार को होने वाली सजा को लेकर कचहरी परिसर में सुरक्षा बढ़ाई गई है। चार अक्टूबर सीबीआई के विशेष न्यायाधीश धीरेंद्र कुमार ने आरोपी फूलचन्द्र यादव, पवन यादव, मंजीत यादव, घनश्याम सरोज, रामलखन गौतम, छोटे लाल यादव, राम आसरे, मुन्ना पटेल, शिवराम पासी तथा जगत बहादुर पटेल उफऱ् बुल्ले पटेल को हत्याकांड का दोषी बताया था। इसके बाद सभी को जेल भेज दिया गया था। अदालत ने एक अन्य आरोपी सुधीर को साक्ष्य के अभाव में बरी करने का आदेश भी दिया है।

अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया था कि दो मार्च 2013 को शाम साढ़े सात बजे जमीन के एक पुराने विवाद के चलते प्रतापगढ़ कुंडा के बलीपुर गांव के प्रधान नन्हे यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना पर मृतक के समर्थकों की बड़ी संख्या उनके गांव पहुंच गई थी और उनके विरोधी कामता पाल के घर को आग के हवाले कर दिया था। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस दल के साथ सीओ कुंडा जियाउल हक, तत्कालीन हाथीगवां थाना प्रभारी मनोज कुमार शुक्ला और कुंडा थाना प्रभारी सर्वेश मिश्र भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। मौके पर उग्र भीड़ ने पुलिस को घेर लिया था।

भीड़ ने प‍िटाई के बाद गोली मारकर कर दी थी सीओ की हत्‍या

मौके पर सीओ ने भीड़ को समझाने का बहुत प्रयास किया परंतु उसी समय हुई झड़प में मृतक प्रधान नन्हे यादव के छोटे भाई सुरेश यादव की भी गोली लगने से मौत हो गई। भीड़ का उग्र प्रदर्शन देख कर मौके से पुलिस दल भाग गया। उग्र भीड़ ने सीओ जियाउल हक को पकड़ लिया और उनकी पिटाई करने के बाद गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी।

प्रधान के घर के पीछे म‍िली थी सीओ की लाश

मौके पर दोबारा पहुंचे पुलिस दल ने सीओ को तलाश किया जिस दौरान रात लगभग 11 बजे मृतक सीओ की लाश प्रधान के घर के पीछे मिली। इस तिहरे हत्या कांड को लेकर कुल चार प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। थाना प्रभारी हाथीगवां मनोज शुक्ला ने पहली रिपोर्ट मृतक प्रधान नन्हे यादव के भाईयों और बेटे समेत दस लोगो के खिलाफ दर्ज कराई थी।

वहीं, प्रधान नन्हे यादव और सुरेश यादव की हत्या को लेकर भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मृतक सीओ की पत्नी परवीन आज़ाद द्वारा इस मामले में आखिरी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। तत्कालीन सरकार ने मामले की संगीनता को देखते हुए विवेचना पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दी थी। जमानत पर चल रहे सभी आरोपी हाजिर हुए, जहां से न्यायालय ने सभी दस आरोपियों को दोषी ठहराते हुए न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए जेल भेजने का आदेश दिया था। कोर्ट ने सभी आरोपियो को नौ अक्टूबर को सजा सुनाने के लिए जेल से तलब किया था।

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