Lucknow Zoo: सप्ताह में तीन दिन बंद रहेगा चिड़ियाघर, इन दिनों का रखें ध्यान वरना पड़ेगा लौटना
नौ जून से खोला गया था औसत से भी कम आए दर्शक। शनिवार और रविवार काे लॉकडाउन और सोमवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी।
By Anurag GuptaEdited By: Updated: Thu, 16 Jul 2020 04:17 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल में सबकुछ बदल गया। जीने का सलीका बदल गया तो रहने के ढंग में बदलाव हो गया। सामाजिक बदलाव के बीच वन्यजीवों की दिनचर्या भी बदल गई है। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में भी सबकुछ बदला नजर आया। सामान्य दिनों में एक दिन में औसत एक हजार से दर्शक के सापेक्ष मात्र 100 दर्शक ही आ सके। पहले दो दिन तो दर्शकों की संख्या 100 भी नहीं पार कर सकी। शनिवार और रविवार को लाॅकडाउन और सोमवार को साप्ताहिक बंदी के चलते हर सप्ताह तीन दिन चिड़ियाघर बंद रहेगा।
मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच चिड़या घर खुला। टिकट खिड़िकयां खाली रही तो गेट पर खड़े कर्मचारी भी सैनिटाइजर के साथ दर्शकों के आने का इंतजार कर रहे हैं। चिड़ियाघर के दोनों प्रवेश द्वार पर कभी लंबी कतारें नजर आती थीं तो वह भी नदारत है। डीजीपी कार्यालय की गेट की ओर से प्रवेश करते ही दाहिनी तरफ चटक धूप से छांव के तलाश करता एमू भी मानों दर्शकों का बेशब्री से इंतजार कर रहा हो। बाल मछलीघर और उल्लू घर का सन्नाटा इस बदले समय की दुहाई दे रहा है। शेर तेज धूप से दूर छांव में बैठा था। आराम करते इस सबसे पसंदीदा वन्यजीव की कभी एक झलक पाने की उत्सुकता दर्शकों में दिखती थी वह भी नजर नहीं आ रही है।
ऑफलाइन टिकट से भी नहीं बढ़े दर्शकनौ जून को ऑनलाइन दर्शकों को टिकट लेकर ही प्रवेश करना था। दर्शकों की आमद बढ़ाने के लिए ऑफलाइन टिकट की सुविधा के बावजूद दर्शकाें की संख्या में इजाफा नही हुआ। बच्चों के प्रतिबंध के साथ ही संक्रमण से सुरक्षा इसका मुख्य कारण है। टिकट से हर वन्यजीवों के खानपान और वेतन का इंतजाम होता है। ऐसे में प्राणि उद्यान के सामने खर्च चलाने का भी संकट है। चिड़ियाघर एक ट्रस्ट होने के नाते हमारे तमाम खर्चे टिकटों की बिक्री से होने वाली आय पर ही निर्भर है। बावजूद इसके इस संकट की घड़ी में हम सब इंतजाम करने में लगे हैं।
आप ऐसे देख सकते हैं चिड़ियाघरनवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान नाम से यूट्यूब चैनल के साथ ही चिड़ियाघर की वेबसाइट लखनऊजू डाट काॅम पर न्य जीवों को देखा जा सकता है। यूट्यूब लिंक https://www.youtube.com/channel/UCCkznhBtYVtxXDQo2pdBcQA" rel="nofollow के जरिए यह यूट्यूब चैनल देखा जा सकता है। चिम्पैंजी, गिब्बन, हिरण, तेंदुआ, गैंडा, छोटे मगरमच्छ, जिराफ व भालू समेत अन्य वन्यजीवों की गतिविधियों को अपलोड किया गया है। दर्शकों की आमद न होने से बदले नजारे को भी आप देख सकते हैं। तितली पार्क गुलजार है तो एमू अपनी मस्ती में विचरण कर रहा है। जलीय जीवों की सुरक्षा बढ़ी कोरोना संक्रमण के चलते चिड़ियाघर में वन्यजीवों को भोजन के साथ ग्लूकोज और मांसाहारी जीवों को पोटेशियम परमैगनेट से साफ किया हुआ मांस दिया रहा है। कोरोना का असर जलीय जीवों पर न पड़े इसलिए कुकरैल केंद्र में वन्यजीवों की मॉनीटरिंग हो रही है। घड़ियाल, मगरमच्छ और कछुओं के सैनेटाइजेशन पर जोर है। यहां सोडियम हाईपोक्लोराइड व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी हो रहा है।
'सुरक्षा कारणोें से दर्शकों की संख्या अनुमान के मुताबिक नहीं बढ़ रही है। वन्यजीवों के साथ ही दर्शकों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ऑनलाइन टिकट की बुकिंग न कर पाने वाले दर्शकों को ऑफलाइन टिकट दिया जाता है। सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनर के बाद ही दर्शकों को अंदर भेजा जाता है। सरकार के सप्ताह में दो दिन लॉकडाउन करने के निर्णय का पालन किया जाएगा। सोमवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी।' -आरके सिंह, निदेशक प्राणि उद्यान
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