UP News: सीएम योगी ने जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र का किया लोकार्पण, बोले- रामायण काल के पहले बलिदानी थे गिद्ध राज जटायु
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महराजगंज में जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि गिद्ध राज जटायु रामायण काल के पहले बलिदानी थे और गाय और बंदर की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रासायनिक खाद व दवाओं के प्रभाव से गिद्धों की संख्या कम हो रही है जिसे बचाने के लिए यह केंद्र मददगार होगा।
जागरण संवाददाता, महराजगंज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामायण काल के पहले बलिदानी गिद्ध राज जटायु थे। गाय और बंदर की कोई हत्या कर दे तो कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। क्योंकि उनके पूर्वजों ने हमारे लिए बलिदान दिया था। रासायनिक खाद व दवाओं के प्रभाव के चलते गिद्धों की संख्या कम हो रही है। इसे बचाने के लिए जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र काफी मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री, शुक्रवार को जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र कैंपियरगंज के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नारी सम्मान को बचाने के लिए गिद्ध राज रावण से भिड़ गए। मित्रता व नारी सम्मान कैसे किया जाता है, यह जटायु से सीखने की जरूरत है। यह अच्छा कार्य हुआ है। उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूपी देश का पहला राज्य है, जहां इतने बड़े पैमाने पर पौधारोपण हुआ है।
बताया कि 2017 के पहले पेड़ काटे जाते थे, लेकिन आज पेड़ लगाए जाते हैं। आज पेड़ न कटे इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 करोड़ से अधिक उज्ज्वला योजना के कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं। ताकि पेड़ और पर्यावरण को बचाया जा सके। सौ वर्ष से ऊपर के वृक्षों को बचाने के लिए हेरिटेज घोषित किए गए हैं। डाल्फिन फिर दिखाई दे रहीं है। प्रकृति के साथ जो विकास होगा वह स्थाई होगा।
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सीएम योगी ने कहा कि हम नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में है। एम्स फर्टिलाइजर, चिड़ियाघर, रामगढ़ताल के साथ गोरखपुर भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग से कहा जाएगा कि कैंपियरगंज में फारेस्ट्री से जुड़े कालेज की स्थापना करे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जटायु संरक्षण एवं केंद्र का पोस्टर भी रिलीज किया।
वन व पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गिद्ध दिवस की पूर्व संध्या पर जटायु प्रजनन और संरक्षण केंद्र का लोकार्पण कर मुख्यमंत्री ने नई शुरुआत की है। जटायु का पहला उल्लेख रामायण में किया गया है। जटायु पर्यावरण के संरक्षक हैं। 20 साल पहले गिद्धों की संख्या अधिक थी। आठ प्रजाति के गिद्ध यूपी में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वन विभाग ने बडे पैमाने पर पौधारोपण किया। गोरखपुर चिड़ियाघर में और जानवर आ रहे हैं। दुनिया की छठी नाइट सफारी का काम लखनऊ में शीघ्र शुरू होने वाला है।
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सांसद रविकिशन ने कहा कि विलुप्त हो रहे जटायु के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पर्यावरण को बचाने में जटायु का बहुत बड़ा योगदान होता है। कैंपियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह, मेयर डा. मंगलेश श्रीवास्तव, सहजनवा विधायक प्रदीप शुक्ला, विमलेश पासवान, विपिन सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह सहित वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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