खतरनाक हाल में सामुदायिक भवन, यहां दशहरा-छठ पूजा का होता है आयोजन; अब कुत्ते फरमा रहे आराम
Maharajganj News बौली तालाब के किनारे बना सामुदायिक भवन मरम्मत व रखरखाव के अभाव में जर्जर स्थिति में पहुंच गया है। हाल यह है कि आवारा पशु व कुत्ते आराम फरमाते हैं। शाम होने के बाद अराजक तत्व भी अपना डेरा जमा लेते हैं। नशा करने वालो के लिए भी सुरक्षित स्थान है। अधिशासी अधिकारी निचलौल ने बताया कि इस भवन के कायाकल्प के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
जागरण संवाददाता, निचलौल। नगर के बौली तालाब के किनारे कोर्ट वार्ड में लाखों की लागत से बना सामुदायिक भवन मरम्मत व रखरखाव के अभाव में जर्जर स्थिति में पहुंच गया है। जिसके चलते नागरिकों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। वही पूरी तरह से खंडहर का रूप ले रहे भवन से खतरे की आंशका भी बनी हुई है।
यह सामुदायिक भवन अपने निर्माण के बाद से ही उपेक्षा के दौर से गुजर रहा है। सही रखरखाव व मरम्मत के अभाव में काफी बदतर स्थिति में पहुंच चुका है। इसके खिड़की दरवाजे गायब है। फर्श भी टूट कर बदहाल हो गया है।
यहां आवारा पशु व कुत्ते फरमाते हैं आराम
उदासीनता का हाल यह है कि आवारा पशु व कुत्ते आराम फरमाते हैं। शाम होने के बाद अराजक तत्व भी अपना डेरा जमा लेते हैं। नशा करने वालो के लिए भी सुरक्षित स्थान है। तालाब के निकट होने से काफी महत्वपूर्ण स्थान पर स्थित है। रामजानकी मंदिर के सामने बना सामुदायिक भवन नगर धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। एक तरफ तालाब दूसरे तरफ मंदिर व सामने व्यवसायिक काम्पलेक्स है।
यही पर दशहरे का मेला भी लगता है। छठ पर्व पर सबसे बड़ा आयोजन यही होता है। शादी विवाह के मौसम नगर में वैसे भी आयोजनों के लिए जगह की कमी रहती है। यदि इसकी मरम्मत करा कर ठीक करा दिया जाए तो नागरिकों को काफी सहूलियत होती। धार्मिक पर्वों एवं अन्य कर्मकांडों के लिए भी यह भवन लोगो के लिए काफी उपयोगी है।
अधिशासी अधिकारी निचलौल दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि इस भवन के कायाकल्प के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद इसे ठीक करा दिया जाएगा।
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