साइबर ठगो पर पुलिस ने कसा शिकंजा, 14 पीड़ितों को वापस मिले 19.30 लाख
पुलिस ने साइबर ठगी के मामलों में तेजी दिखाते हुए 14 पीड़ितों को 19.30 लाख रुपये वापस दिलाए हैं। यह कार्रवाई साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस अब इन ठगों के गिरोह को पकड़ने के लिए जांच कर रही है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।

साइबर ठगी के शिकार 14 पीड़ितों को वापस मिले 19.30 लाख।
जागरण संवाददाता, महराजगंज। साइबर ठगी पर शिकंजा कसने और ठगी के शिकार पीड़ितों के राहत के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत साइबर क्राइम थाना की पुलिस ने 14 पीड़ितों के कुल 1930702 रुपये उनके खाते में वापस कराए हैं। रुपये मिलने से पीड़ितों के चेहरे पर खुशी लौट आई।
साइबर ठगी के शिकार राहुल यादव निवासी कोतवाली, रजिया रूकसाना निवासी सोनौली, मनीष सिंह निवासी विकास भवन, तीरथ राम निवासी पुलिस लाइन, बिरजू निवासी बरवा कला, प्रतीक द्विवेदी निवासी निचलौल, मनोज कुमार वर्मा निवासी आजाद नगर और शालिनी कुमारी निवासी घुघली ने अपना प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया।
वहीं, प्रशान्त पाठक निवासी नौतनवा, शशांक मौर्या निवासी पड़री रोड कोतवाली, सुभाष चन्द्र निवासी जैनी छपरा, भाष्कर पटेल निवासी सोनरा थाना, योगेन्द्र गौड़ निवासी घुघली, आशुतोष सिंह निवासी बरहज जिला देवरिया ने सितंबर और अक्टूबर में अपना प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया था।
मामले में साइबर क्राइम थाना की पुलिस जांच में जुटी थी। इसके बाद ठगों पर शिकंजा कसते हुए पीड़ितों के खाते में रुपये वापस मंगाए। रुपये खाते में वापस आने पर मंगलवार को पीड़ितों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक साेमेन्द्र मीना और साइबर टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
प्रभारी निरीक्षक सजनू यादव ने बताया कि साइबर ठगों ने इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म के माध्यम से ठगी है। बरामदगी में उप निरीक्षक अमित यादव, कंप्यूटर आपरेटर प्रफुल्ल कुमार यादव, हेड कांस्टेबल कृष्णा सिंह, धीरज कुमार, महिला हेड कांस्टेबल चन्द्रप्रभा वर्मा, कांस्टेबल लालबहादुर, विशाल प्रजापति, उमेश यादव, संजय वर्मा, अमरजीत सिंह, अर्जुन पासवान शामिल रहे।

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