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महराजगंज लोकसभा में इलेक्‍शन बाइक: चुनावी सरगर्मी में कहीं मतदाता मुखर, कुछ इशारों में कह रहे बात

UP lok Sabha Election 2024 सबकी अपनी-अपनी डफली अपना-अपना राग है। गांव के चौक-चौराहे गुलजार हैं। गेहूं कटाई का काम समाप्त होने के बाद किसान भी फुर्सत में होकर सुबह ही चाय की दुकान पर पहुंच जा रहे हैं। महराजगंज से झुलनीपुर तक कहीं मतदाता मुखर दिखे तो कुछ ने इशारों में ही अपनी बात कह दी। विश्वदीपक त्रिपाठी की रिपोर्ट...

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 11 May 2024 03:43 PM (IST)
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निचलौल बस स्टेशन के सामने चाय की दुकान पर चुनावी चर्चा करते लोग। जागरण
 लोकसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं की चुप्पी अब धीरे-धीरे टूट रही है। मई माह की तपती दोपहरी में चुनावी हवा भी गर्म हो गई है। चर्चा के केंद्र बिंदु में स्थानीय मुद्दे तो हैं ही, राष्ट्रीय स्तर पर हर रोज बन- बिगड़ रहे समीकरणों पर भी खूब बहस हो रही है। चुनावी सभाओं में नेताओं की जुबान फिसलने की भी चर्चा है।

हराजगंज-निचलौल रोड का रामपुरमीर चौराहा। सुबह के करीब 9.30 बजे हैं। अपनी दुकान पर राजेंद्र चौहान पूरी तन्मयता से जलेबी छान रहे हैं। बीच-बीच में सब कुछ सरकार तुम्हारा है...गीत भी गुनगुना रहे हैं। इसी दौरान दुकान पर भीड़ देख राजेंद्र पूछ पड़ते हैं...’काहो एबार चुनावे क का हाल बा। केकर हवा चलि रहल बा।’ उनकी बात सुनते ही वहां बैठे रामपुरमीर निवासी रमेश चाय की गिलास मेज पर रखते ही बोल पड़ते हैं...’देखिए सेठजी, रोड, राशन, पेंशन, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल हर क्षेत्र में सरकार ने बेहतर कार्य किया है।

जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है, निश्चित रूप से वह सरकार के पक्ष में ही मतदान करेंगे।’ पनेवा के जयप्रकाश उनकी बातों को काटते हुए कहते हैं- आप किस विकास की बात कर रहे हैं। मजदूरी कर बेटी को बीएससी तक पढ़ाया हूं। बड़ी इच्छा थी कि बेटी सिपाही बनेगी। इसके लिए परीक्षा दिलाने के लिए फरेंदा के जयपुरिया इंटर कालेज तक ले गया था।

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पेपर अच्छा होने से बेटी भी खुश थी। बाद में पता चला कि पेपर लीक होने से परीक्षा निरस्त हो गई है। दुकान पर बैठ चना-जलेबी खा रहे रामपुर बुजुर्ग के परमेश्वर खरवार भी चर्चा में शामिल हो कहते हैं-देखा भाई, विकास त भइल बा। सामने क रोड (महराजगंज-निचलौल मार्ग) देखी ला। ए रोडवा पर चार साल पहिले चलल मुश्किल रहल। किसानन के मिले वाला सम्मान निधि भी कौनो थाती से कम ना बा।

रामपुरमीर के रमाकांत पाठक, प्रमोद और अरविंद चौहान ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। बैठवलिया चौराहे पर दोपहर करीब 12 बजे उबलती चाय के साथ चुनावी चर्चा भी जोर पकड़ रही थी। चाय की अंतिम घूंट पीते हुए बृजेश जायसवाल ने कहा कि सरकार अच्छा काम कर रही है। यह बदलाव सभी को दिख रहा है।

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उनकी बात पर सिलाई का काम करने वाले सलाउद्दीन भी सहमति में सिर हिलाते हैं। दुकान पर दूसरी तरफ बैठे जनार्दन मद्धेशिया ने कहा कि सरकार की योजनाओं का सभी को लाभ मिल रहा है। इसमें कोई दो राय नहीं है। स्थानीय स्तर पर रोड की एक समस्या है। ढैसो से निचलौल तक की सड़क जंगल के बीच तीन किलोमीटर तक पूरी तरह से खराब हो चुकी है।

सऊदी अरब के ताइफ शहर में नौकरी करने वाले बैठवलिया के रामबेलास शर्मा ने कहा निश्चित रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि बेहतर हुई है। पहले भारत के लोगों को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता था। लेकिन, अब स्थिति में परिवर्तन हुआ है। पास में बैठे भोलू ने बदलाव को स्वीकार करते हुए कहा कि पहले मुश्किल से पांच से छह घंटे ही बिजली मिलती थी। अब 20 घंटे मिल रही है। अब गड़ौरा चीनी मिल चल जाए तो किसानों की समस्या दूर हो।

दोपहर दो बजे के करीब भारत-नेपाल सीमा का झुलनीपुर चौराहा गुलजार था। देवरिया शाखा नहर में बह रहा पानी यहां के किसानों के समृद्धि की कहानी कह रहा था। मध्य चौराहे पर श्याम बिहारी के चाय की दुकान पर ग्राहकों की आवाजाही लगी थी। समोसा बना रहे श्याम बिहारी चुनावी चर्चा छेड़ते हुए बोल पड़ते हैं, आवास, शौचालय, राशन सब त ए सरकार में मिलत ह।

उनकी बात सुनते ही बैठवलिया के मुन्ना ने कहा, आप को महंगाई नहीं दिख रही है। सिलाई का काम करने वाले झुलनीपुर के अमीरुल्लाह व समीउल्लाह ने कहा हां भाई महंगाई तो बढ़ी है, लेकिन विकास भी हुआ है। सरकार को रोजगार देने के तरफ भी ध्यान देना चाहिए। शाम के करीब चार बजे सूरज की तपिस थोड़ी कम हो गई है, लेकिन निचलाैल बस स्टेशन के सामने चुनावी चर्चा गर्म है।

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