लेखपाल ले रहा था घूस, रंगे हाथों पकड़े जाने पर टांगकर ले गई विजिलेंस की टीम; पुरंदरपुर का मामला
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में एक लेखपाल घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। गोरखपुर से आई टीम ने आरोपी लेखपाल को गिरफ्तार किया। इस दौरान आरोपी ने भागने का प्रयास किया इस पर टीम ने उसे दबोच लिया और उठाकर गाड़ी में बिठाया। कार्रवाई से चकबंदी विभाग में हड़कंप मच गया। वहीं जिलाधिकारी ने आरोपी लेखपाल को निलंबित करने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, लक्ष्मीपुर/महराजगंज। पुरन्दरपुर थाना के चौतरवा के चकबंदी लेखपाल अमरनाथ प्रसाद को विजिलेंस टीम ने बुधवार को मोहनापुर रेलवे क्रासिंग के पास से 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। विजिलेंस टीम की कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया।
यह है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान गोरखपुर की ट्रैप टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर शिवाजी राव ने बताया कि शिकायतकर्ता नौतनवां तहसील के रामजी यादव ने 13 अगस्त को शिकायत दी थी। बताया कि उसकी भूमि ग्राम गुजरवलिया शंकर मिश्र थाना कोल्हुई, महराजगंज में स्थित है।
भूमि की चकबंदी प्रक्रिया विगत चार वर्षों से चली आ रही है। रकबा पूरा कर जमीन चिह्नित कराने के लिए सहायक चकबंदी अधिकारी कार्यालय ग्राम चौतरवा में जाकर संबंधित लेखपाल अमरनाथ प्रसाद से मिला, तो इसके लिए लेखपाल ने 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की।
देवरिया का रहने वाला है लेखपाल
इसके बाद टीम ने चकबंदी लेखपाल अमरनाथ प्रसाद को मोहनापुर रेलवे क्रासिंग के पास से शाम चार बजे के करीब 20 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लेखपाल देवरिया के गांव पटना के रहने वाले हैं।
विजिलेंस टीम में इंस्पेक्टर राम उजागिर, इंस्पेक्टर हौसिला प्रसाद, इंस्पेक्टर महेंद्र प्रसाद, इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सोनी, ओमप्रकाश मिश्रा, प्रदीप कुमार यादव, विजय शंकर दूबे, इश्वर नारायन यादव, कृष्ण कुमार सिंह शामिल रहे।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पुरंदरपुर के प्रभारी थानाध्यक्ष सुनील वर्मा ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिलाधिकारी अनुनय झा ने बताया कि एफआईआर की कॉपी प्राप्त होते ही आरोपी लेखपाल के निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
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