महराजगंज में BJP नेता पर मेहरबानी पुलिसकर्मियों पर पड़ी भारी, चौकी इंचार्ज समेत 5 निलंबित, 14 लाइन हाजिर
कारोबारी की हत्या और उसकी बेटियों से दुराचार के आरोप में भाजपा नेता से पूछताछ के बाद कोतवाली से छोड़ने और घटना के पहले विवाद के दिन सुलह समझौता करा भाजपा नेता को बचाने की कोशिश को लेकर पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है। चौकी इंचार्ज समेत पांच को निलंबित व सदर कोतवाल समेत 14 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sun, 10 Sep 2023 12:50 PM (IST)
महराजगंज, जागरण संवाददाता। हत्या, दुष्कर्म व छेड़खानी मामले में आरोपित भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मासूम रजा राही को बचाना व उसे थाने से छोड़ना सदर कोतवाल व नगर चौकी के पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया है। मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचने के बाद घटना के दिन से ही मामले में सुलह-समझौते के लिए पीड़ित पक्ष पर दबाव बना रहे पुलिसकर्मियों के विरुद्ध एसपी ने कार्रवाई की है। नगर चौकी इंचार्ज प्रवीन कुमार सिंह सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं सदर कोतवाल रवि कुमार राय व नगर चौकी के सभी 13 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। फरेंदा थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता को सदर कोतवाल बनाया गया है।
यह है मामला
संतकबीर नगर जिले के मेंहदावल थाना क्षेत्र निवासी दुकानदार अपनी चार बेटियों और एक आठ वर्षीय बेटे के साथ शहर के एक वार्ड में भाजपा नेता मासूम रजा राही के घर में किराये पर रहता था। फुटपाथ पर पानी पकौड़ा की दुकान लगाने वाले दुकानदार की बड़ी बेटी के साथ बीते 28 अगस्त को भाजपा नेता ने दुष्कर्म किया। वहीं छोटी बेटी के साथ भी लगातार छेड़खानी कर रहा था। पीड़ित व्यापारी ने जब इस कृत्य का विरोध किया तो आरोपित ने उसकी पिटाई कर दी।
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भाजपा नेता के प्रभाव में नहीं की कार्रवाई
भाजपा नेता की इस करतूत पर कार्रवाई की मांग को लेकर जब पीड़ित नगर चौकी पर पहुंचा तो आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई की बजाए प्रभाव में आकर पुलिस ने सुलह-समझौता कराते हुए दोनों पक्षों को शांतिभंग में पाबंद कर दिया। पुलिस से न्याय न मिलने पर पीड़ित का परिवार भयग्रस्त हो गया। शाम को अचानक रहस्यमय परिस्थितियों में पीड़ित पिता की तबीयत बिगड़ गई। गंभीर स्थिति में उसे जिला अस्पताल और वहां से शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 31 अगस्त को उसकी मृत्यु हो गई।
पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं होने पर चिकित्सकों ने बिसरा सुरक्षित कर दिया। पांच सितंबर को मृतक की बड़ी बेटी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित भाजपा नेता के विरुद्ध हत्या, दुष्कर्म, छेड़छाड़, एससी-एसटी व पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। आरोप है कि इस दौरान पुलिस पूरी तरह से भाजपा नेता के प्रभाव में आकर मामले को दबाने में लगी रही। पांच सितंबर को ही आनन-फानन में बड़ी बेटी का 161 का बयान भाजपा नेता के पक्ष में दबाव बनाकर कराया गया। छह सितंबर को न्यायालय में भी पीड़िता ने आरोपित के पक्ष में ही बयान दिया।इसे भी पढ़ें, Interpol की मदद से पुलिस सुलझाएगी राखी हत्याकांड की गुत्थी, 4 साल पहले नेपाल के पोखरा में हुई थी वारदात
इसके बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने में बैठाए गए भाजपा नेता को छोड़ दिया। तभी से आरोपित घर से फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए वाराणसी, मुंबई व प्रयागराज में पुलिस टीम भेजी गई है। आरोपित नेता के घर किराये के मकान में रहकर उसकी मदद करने वाले पुलिसकर्मियों को भी थाने पर बैठाकर पूछताछ की जा रही है। रविवार की सुबह एसपी डा. कौस्तुभ ने नगर चौकी इंचार्ज प्रवीन कुमार सिंह, आरक्षी आबिद अली, अखिलेश यादव, अखिलेश चौधरी, और प्रियंका यादव को निलंबित कर दिया है। एसपी ने बताया कि आरोपित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। मामले की जांच कराई जा रही है।
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सदर कोतवाल रवि कुमार राय, मुख्य आरक्षी विश्वनाथ यादव, भानु प्रताप सिंह, अशोक कुमार, सुनील कुमार, विनोद कुमार यादव, आरक्षी मनीष कुमार गौड़, चंद्रसेन शाह, गोविंद कुमार, अनिल यादव, धीरज कुमार शाह, प्रमोद सिंह यादव, वीरेंद्र यादव और धनंजय यादव को लाइन हाजिर किया गया है।