नौ माह बाद नौतनवा स्टेशन पर उतरे यात्री
भारत- नेपाल की अंतिम सीमा का महत्वपूर्ण स्टेशन नौतनवा में 22 मार्च से सवारी गाड़ी का आवागमन बंद है। नौ माह के लंबे अंतराल के बाद नौतनवा-छपरा इंटरसिटी एक्सप्रेस का संचालन होने से लोगों को काफी राहत पहुंचती दिखाई दे रही है।
महराजगंज: नौ माह के लंबे इंतजार के बाद नौतनवा-गोरखपुर रेल खंड पर छपरा-नौतनवा इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन का आगमन सोमवार को प्लेटफार्म नंबर एक पर हुआ। जिसमें से मात्र छह यात्री उतरे। वापसी में नौतनवा से तीन बजे अगले स्टेशन लक्ष्मीपुर के लिए एक्सप्रेस ट्रेन प्रस्थान कर दी। जिसमें 47 यात्रियों ने रिजर्वेशन कराया था। यह ट्रेन रविवार को छोड़कर अन्य दिन संचालित होगी। भारत- नेपाल की अंतिम सीमा का महत्वपूर्ण स्टेशन नौतनवा में 22 मार्च से सवारी गाड़ी का आवागमन बंद है। नौ माह के लंबे अंतराल के बाद नौतनवा-छपरा इंटरसिटी एक्सप्रेस का संचालन होने से लोगों को काफी राहत पहुंचती दिखाई दे रही है। जबकि लॉक डाउन से पूर्व एक्सप्रेस समेत छह ट्रेनों का संचालन इस स्टेशन से होता था। ट्रेनें बंद होने से मजबूरी वश यात्रियों को बस में सफर तय करना पड़ता था। जबकि कई बसों में बोरे की तरह सवारियां भरी जाती थी।
थर्मल स्कैनिंग के बाद प्लेटफार्म पर प्रवेश की अनुमति
नौतनवा-छपरा इंटरसिटी एक्सप्रेस से सवारी करने वाले यात्रियों को स्टेशन के मुख्य द्वार पर
थर्मल स्क्रीनिग, मास्क व टिकट जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा था। जबकि स्वजन के साथ आए लोगों को मुख्य द्वार से वापस लौटा दिया गया। प्लेटफार्म पर दो गज दूरी के प्रतीक चिह्न बनाया गया है। इसके लिए सीनियर टीटी जितेंद्र कुमार, उमेश कुमार गिरी, संतोष कुमार व आरपीएफ के घरभरन आदि की तैनाती रही।
सूची चस्पा न होने से यात्री करते रहे पूछताछ
नौतनवा स्टेशन पर पहले दिन यात्रियों को इंटरसिटी एक्सप्रेस के स्टेशनों पर ठहराव व रेट को लेकर लोगों से पूछताछ करते दिखाई दिए। वहीं यात्रियों के रिजर्वेशन के फार्म भरने में टीटी व अन्य कर्मचारियों ने काफी सहयोग किया।
स्टेशन अधीक्षक राम इकबाल महतो ने बताया कि कोरोना काल में जारी गाइड लाइन का पालन के साथ ही यात्रियों को बोगी में बैठने दिया जा रहा है। बिना रिजर्वेशन यात्रा की अनुमति नहीं है, पकड़े जाने पर जुर्माना लगेगा।