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Tirupati Temple Prasad: प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने से धर्मगुरु आहत, संत-महंतों ने की कार्रवाई की मांग

Tirupati Balaji Temple Prasad आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने से देश के तमाम धर्मगुरु आहत हैं। इसी क्रम में महराजगंज के संत-महंत और सनातन धर्मावलंबी ने इसे करोड़ों लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाला कदम बताया है। सभी ने एक स्वर से इस कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

By Sachidanand Mishra Edited By: Riya Pandey Updated: Fri, 20 Sep 2024 08:30 PM (IST)
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तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने से धर्मगुरु में रोष
जागरण संवाददाता, महराजगंज।  Tirupati Temple Prasad: आंध्रप्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने से महराजगंज के संत महंत व सनातन धर्मावलंबी भी आहत हैं। उन्होंने इसे करोड़ों लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाला कदम बताया है। सभी ने एक स्वर से यह कृत्य करने वाले दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

मंदिर के प्रसाद में घी की जगह पशुओं की चर्बी मिलाकर श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है। सरकार को ऐसे कृत्य करने वालों को सलाखों के पीछे भेजना चाहिए। हमें उम्मीद है, कि इसी बहाने सरकार की नींद खुलेगी और मिलावट के विरुद्ध सरकार कड़ा रुख अख्तियार करेगी।

-महंत संकर्षण दास, महंत, जगन्नाथ मंदिर बड़हरा महंत

तिरुपति वाला जी मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलना मानवीय भूल नहीं बल्कि आस्था के साथ खिलवाड़ का प्रयास व साजिश हैं। मंदिर व्यवस्था के जिम्मेदारों को तुरंत पद से हटा देना चाहिए। सनातनी आस्था के साथ हो रही साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

-शिव नारायण दास, महंत, राम-जानकी मंदिर सोनौली

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तिरुपति बाला जी मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलना विधर्मियों की एक सोची समझी साजिश है। यह हमारे सनातन धर्म व हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया है। सरकार को इस मामले की गहन जांच कराकर इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

-देवी दत्त पांडेय, महंत, आद्रवन लेहड़ा देवी मंदिर

मंदिर के प्रसाद में रुपये बचाने के लिए यह कृत्य किया गया है। यह न सिर्फ भक्तों की आस्था के साथ भद्दा मजाक है, बल्कि वहां के स्थानीय व्यवस्था पर भी सवाल है। इसमें शामिल दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जिससे भविष्य में कोई इस तरह का कृत्य करने की न सोचे।

-राधे-राधे, पुजारी, राधेश्याम मंदिर महराजगंज

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